
नई दिल्ली , 12 अक्टूबर 2023 : वास्तु शास्त्र, एक ऐसा विज्ञान है जो मानव जीवन के विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखता है, और इसमें भोजन का भी एक महत्वपूर्ण स्थान है। व्यक्ति के मान-सम्मान, सफलता, और धन लाभ के लिए इस शास्त्र ने कई उपाय बताए हैं, जिन्हें अपनाकर मनुष्य सफलता की ऊँचाइयों तक पहुंच सकता है।
पूर्व दिशा की ओर मुंह करके भोजन: यदि किसी की कुंडली में मृत्यु का भय हो, तो वहें व्यक्ति को भोजन करते समय पूर्व दिशा की ओर मुंह करना चाहिए। इससे उम्र में वृद्धि होती है और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है।
पश्चिम दिशा की ओर मुंह करके भोजन: जब किसी का स्वास्थ्य या घर में समस्याएं होती हैं, तो वह व्यक्ति भोजन करते समय पश्चिम दिशा की ओर मुंह करके भोजन करना चाहिए। यह सेहत को सुरक्षित रखने में मदद करता है और आर्थिक स्थिति में सुधार होता है।
उत्तर दिशा की ओर मुंह करके भोजन: जब घर में आर्थिक समस्याएं हैं या पैसा टिकने में समस्या हो रही है, तो वहें व्यक्ति उत्तर दिशा की ओर मुंह करके भोजन करना चाहिए। विशेषकर, घर के मुखिया को यह ध्यान में रखना चाहिए, क्योंकि इससे घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
दक्षिण दिशा से बचें: वास्तु शास्त्र के अनुसार, भोजन करते समय दक्षिण दिशा की ओर मुंह करना अशुभ माना जाता है। यह नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देता है और जीवन में समस्याएं पैदा कर सकता है।
पूर्व और उत्तर-पूर्व की दिशा में मुंह करके भोजन: अगर कोई व्यक्ति पूर्व या उत्तर-पूर्व की दिशा में मुंह करके भोजन करता है, तो इससे पाचन संबंधी समस्याएं कम होती हैं और उसकी उम्र बढ़ती है।
उत्तर दिशा में मुंह करके भोजन (करियर के लिए): जो लोग अपने करियर में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं, उन्हें भोजन करते समय उत्तर दिशा की ओर मुंह करना चाहिए। यह उनके करियर की ऊँचाइयों की दिशा में मदद कर सकता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, इन उपायों को अपनाने से न केवल शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है, बल्कि यह व्यक्ति को आर्थिक और मानसिक स्वास्थ्य में भी लाभ पहुंचाता है। यह एक अनुष्ठान योजना के रूप में भी कार्य करता है जो व्यक्ति को सफलता की ओर बढ़ने में मदद कर सकता है। इसलिए, वास्तु शास्त्र के आदान-प्रदान को ध्यान में रखकर भोजन करना एक सकारात्मक और अर्थपूर्ण कदम हो सकता है !
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