
नई दिल्ली , 30 अक्टूबर 2023 : अपने परिवार के सुख-शांति के लिए महिलाएं अहम भूमिका निभाती हैं। इसलिए, अगर किसी भी समय महिला अचानक बीमार पड़ जाए, तो परिवार के सभी सदस्यों का जीवन प्रभावित हो जाता है। यदि घर की महिलाएं इलाज के बाद भी अक्सर बीमार रहती हैं, तो इसमें वास्तुदोषों का भी अंश हो सकता है।
निम्नलिखित में हम आपको बता रहे हैं कुछ ऐसे वास्तुदोष जो महिलाओं के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं।
दक्षिण दिशा का आभास: वास्तु शास्त्र के अनुसार, सिर को दक्षिण दिशा में रखकर सोना अशुभ हो सकता है और व्यक्ति हमेशा अस्वस्थ रह सकता है। इसके बजाय, उत्तर दिशा या पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठना और सोना सुरक्षित हो सकता है, क्योंकि ये दिशाएं शरीर में ऊर्जा को भरने में मदद करती हैं।
बाथरूम की दिशा: वास्तु शास्त्र के अनुसार, उत्तर पूर्व दिशा में कभी भी बाथरूम बनवाना अशुभ हो सकता है, क्योंकि इससे घर में बीमारी का माहौल बन सकता है, जिसका सीधा असर महिलाओं के स्वास्थ्य पर हो सकता है।
3.भारी सामान की रखरखाव: घर के बीचों-बीच कभी भी भारी सामान रखना वास्तुदोष का कारण बन सकता है, जिससे घर की महिलाएं बीमार पड़ सकती हैं। आप यदि चाहें, तो फ्लावर पॉट का उपयोग करके इस स्थान को सजा सकते हैं।
4.अंधेरे में सोना: वास्तुशास्त्र के अनुसार, अंधेरे कमरे में सोना अशुभ हो सकता है, क्योंकि यह नेगेटिविटी उत्पन्न कर सकता है। वास्तुशास्त्र के अनुसार, नीले रंग के बल्ब को जलाना शरीर के सदस्यों के स्वास्थ्य के लिए उपयुक्त है, क्योंकि यह मन को शांति प्रदान करता है।
5.पानी का टैंक: वास्तुशास्त्र के अनुसार, घर के दक्षिण पश्चिम दिशा में कभी भी पानी का टैंक नहीं रखना चाहिए, क्योंकि इससे भी विभिन्न स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
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