Vastu Tips: मंदिरों के यह उपाय आपको बनाएंगे मालामाल, दूर होगी आर्थिक तंगी

हम भगवान की पूजा अर्चना करने अलग-अलग मंदिरों में जाते हैं। वहीं, मंदिरों में ऐसी बहुत सी चीजें होती हैं जिनका सही से इस्तेमाल करने से हमारे जीवन की दशा बदल जाती है।
Vastu Tips of Temple
Vastu Tips of Templewww.raftaar.in

आमतौर पर मंदिर में ऐसे कई काम होते हैं। जिनको करने से आपके जीवन में आ रही सभी बाधाओं का नाश होता है।

मंदिरों के इन उपायों का जरूर करें पालन

अक्सर मंदिर जाते समय हम मंदिर में लगी घंटी बजाते हैं। लेकिन उसे बजाने के तुरंत बाद हम वहां से चले जाते हैं। ऐसा बिल्कुल नहीं करना चाहिए अगर आप मंदिर में घंटी बज रहे हैं, तो घंटी की आवाज को सुनना चाहिए, उससे आपके शरीर से नेगेटिविटी ऊर्जा दूर होती है।

अगर आप शिवलिंग में जल अर्पित कर रहे हैं, तो जल अर्पित करने के बाद उस जल को आप अपने कलश में रख लें और अगर आपके घर में कोई व्यक्ति बीमार चल रहा है या फिर किसी किसी पर भूत प्रेत का साया है, तो इस जल से उसका मुंह धुलाए उस पर भगवान की कृपा भी बनी रहेंगी।

अगर आप मंदिर पूजा करने के लिए जा रहे हैं, तो भगवान की परिक्रमा जरूर करें। ऐसा माना जाता है कि देवी-देवताओं और मंदिरों की परिक्रमा करने से सकारात्मक ऊर्जा मिलती है। इससे उसके आसपास फैली नकारात्मकता नष्ट हो जाती है।

अगर आप मंदिर ना जाकर घर में ही भगवान की पूजा अर्चना करते हैं, तो आपको इन बातों का ध्यान रखना चाहिए। वास्तु शास्त्र के अनुसार, शनिवार के दिन मंदिर की सफाई करने के बाद मंदिर के शुद्धिकरण के लिए गंगाजल के छींटे अवश्य दें। ऐसा करने से देवी लक्ष्मी का वास होता है और नकारात्मकता दूर होती है। वहीं घर में हो चल रही आर्थिक तंगी भी दूर हो जाती है।

आप मंदिर में भगवान की पूजा करके जब वापस आने लगे, तो उनकी तरफ पीठ कर नहीं आना चाहिए। बहुत लोग पूजा करने के बाद भगवान के तरफ पीठ करके वापस आ जाते हैं जो कि बिल्कुल गलत है।

अन्य ख़बरों के लिए क्लिक करें - www.raftaar.in

डिसक्लेमर

इस लेख में प्रस्तुत किया गया अंश किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की पूरी सटीकता या विश्वसनीयता की पुष्टि नहीं करता। यह जानकारियां विभिन्न स्रोतों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/प्रामाणिकताओं/धार्मिक प्रतिष्ठानों/धर्मग्रंथों से संग्रहित की गई हैं। हमारा मुख्य उद्देश्य सिर्फ सूचना प्रस्तुत करना है, और उपयोगकर्ता को इसे सूचना के रूप में ही समझना चाहिए। इसके अतिरिक्त, इसका कोई भी उपयोग करने की जिम्मेदारी सिर्फ उपयोगकर्ता की होगी।

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in