नई दिल्ली रफ्तार डेस्क। नवरात्रि का 9 दिन काफी पवित्र माना जाता है। 9 दिन तक माता रानी की पूजा अर्चना करके उनका उपवास भी रहा जाता है। पूजा करने के लिए वास्तु के कुछ नियम भी हैं जिनका पालन करना बहुत जरूरी है।
नवरात्रि के पहले ही दिन से आपकी बात व्यवहार में सात्विकता दिखनी चाहिए। नवरात्रि के 9 दिन तक आपको लहसुन, प्याज अथवा मांस, मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए सात्विक भोजन करना चाहिए।
नवरात्रि में अगर आप व्रत कर रहे है तो गेहूं के आटे से बनी रोटी या इससे बनी कोई भी चीज नहीं खाना चाहिए। क्योंकि ये अन्न होता है। लेकिन आप इसकी जगह कट्टू के आटे की रोटी खा सकते हैं।
नवरात्रि के समय माता रानी का सिंगर होता है। इसलिए महिलाओं को 9 दिन तक अपना सिंगर नहीं करना चाहिए केवल माता रानी का सिंगार करना चाहिए।
9 दिनों तक नाखून नहीं काटने चाहिए व्रत में अगर अखंड ज्योति जला रहे हैं तो घर को खाली छोड़कर नहीं जाना चाहिए। नवरात्र में बिना धुले कपड़े नहीं पहनने चाहिए। व्रत रखने वालों को नौ दिन तक नींबू नहीं काटना चाहिए। वहीं विष्णु पुराण की अगर बात करें तो व्रत के समय दिन में सोना नहीं चाहिए। ऐसा करने से आपको संपूर्ण फल नहीं प्राप्त होता है।
नवरात्र के दौरान आप चाहे व्रत रख रहे हों या नहीं, बिना स्नान किए भोजन ना ग्रहण करें। स्नान के बाद दुर्गा मां की पूजा करें और फिर भोजन ग्रहण करें।
नवरात्र के दौरान दुर्गा मां की कृपा पाने के लिए घर में कलह का माहौल बिल्कुल नहीं होना चाहिए। लड़ाई-झगड़े और वाद-विवाद से बचना चाहिए। अगर घर में लड़ाई झगड़ा होते रहेंगे तो माता दुर्गा की कृपा आप को नहीं मिलेगी।
अन्य ख़बरों के लिए क्लिक करें - www.raftaar.in
डिसक्लेमर
इस लेख में प्रस्तुत किया गया अंश किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की पूरी सटीकता या विश्वसनीयता की पुष्टि नहीं करता। यह जानकारियां विभिन्न स्रोतों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/प्रामाणिकताओं/धार्मिक प्रतिष्ठानों/धर्मग्रंथों से संग्रहित की गई हैं। हमारा मुख्य उद्देश्य सिर्फ सूचना प्रस्तुत करना है, और उपयोगकर्ता को इसे सूचना के रूप में ही समझना चाहिए। इसके अतिरिक्त, इसका कोई भी उपयोग करने की जिम्मेदारी सिर्फ उपयोगकर्ता की होगी।