हम अपने दिनचर्या में बहुत सी सारी चीज करते रहते हैं।और हमें वास्तु शास्त्र का अनुभव नहीं होता। कभी-कभी हमारी साधारण चीज भी हमें नुकसान पहुंचती रहती हैं।