नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। रत्न शास्त्र में ग्रह के शुभ प्रभाव को बढ़ाने और उसके हानिकारक प्रभावों को कम करने के लिए कई रत्नों का उल्लेख किया गया है। इन्हीं रत्नों में से एक है मोती। रत्न शास्त्र में मोती को महत्वपूर्ण रत्न माना गया है। मोती सफेद या क्रीम रंग के होते हैं और चंद्र तत्व माने जाते हैं। चंद्रमा के समान शांत, सुंदर और शीतल होते हैं। ऐसा कहा जाता है कि जिन लोगों का चंद्र ग्रह कमजोर होता है, उन्हें विशेष तौर पर मोती धारण करना चाहिए। मोती धारण करने से मनुष्य को अनेक लाभ मिलते हैं। आइए जानते हैं मोती रत्न को धारण करने के लाभों के बारें में...
मोती धारण करने के लाभ
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मस्तिष्क और मन पर चंद्रमा का सबसे अधिक प्रभाव होता है। ऐसे में लोग अपने दिमाग को शांत और स्थिर रखने के लिए इसे धारण करते हैं। वहीं जो लोग बहुत क्रोधी या उदास रहते हैं वे भी मोती धारण कर सकते हैं।
कब धारण करें मोती
मोती को हमेशा चांदी की अंगूठी में ही धारण करना चाहिए। मोती रत्न चंद्रमा से जुड़ा हुआ है और इसे सोमवार की सुबह पहना जाना चाहिए। इस अंगूठी को अपने हाथ की सबसे छोटी उंगली में धारण करना चाहिए।
मोती किसे धारण करना चाहिए?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कर्क, धनु और मीन राशि के जातक मोती पहन सकते हैं। वहीं जिन लोगों की कुंडली में चंद्रमा उच्च या सकारात्मक स्थिति में होता है, वे भी मोती धारण कर सकते हैं।