
नई दिल्ली रफ्तार डेस्क: करवाचौथ का त्योहार सुहागिन महिलाओं के लिए सबसे खास होता है। इस बार करवाचौथ 1 नवंबर 2023 को मनाया जाएगा। करवा चौथ के मौके पर विवाहित स्त्रियां अपने पति की लंबी आयु की कामना के लिए उपवास करती हैं। करवाचौथ का उपवास निर्जला व्रत रखा जाता है। इसके बाद शाम को पूजा करके पति का चेहरा देखकर उनके हाथों पानी पीकर महिलाएं इस व्रत को तोड़ती है। कई जगहों पर विवाहित स्त्रियों के अलावा लड़कियां भी करवा चौथ में उपवास रखती है। इस दौरान यह भी देखा गया है कि कई बार पति घर से दूर होते हैं और कामकाज की वजह से छुट्टियां नहीं मिल पाती। ऐसे में पत्नियों को अकेले ही करवा चौथ मनाना पड़ता है । लेकिन उन्हें यह मालूम नहीं होता कि बिना पति के करवा चौथ का व्रत कैसे पूरा करें। तो ऐसे में हम आपको कुछ बातें बता रहे हैं। जिनकी मदद से आप बिना पति के करवा चौथ का व्रत पूरा कर सकती हैं।
अगर आपके पति घर से दूर है। तो सुबह उठकर सबसे पहले उनकी फोटो देखें , और उन्हें फोन करें, आज के समय में तो आप आसानी से वीडियो कॉल भी कर सकते हैं उनसे फोन पर प्यार से बात करें। करवाचौथ वाले दिन बिल्कुल भी निराश ना हो इस प्रकार व्रत रखें आपके पति आपके पास हो। करवाचौथ पर सुबह सरगी खाने से पहले पति को याद करें और हो सके तो उनसे बात कर लें। करवाचौथ के दिन सुहागन महिलाएं पति पास में न होने के बावजूद पूरा 16 श्रृंगार करें और मांग में सिंदूर भरते समय पति का नाम जरूर लें। शाम को चंद्रमा को अर्घ्य देते समय अपने पति का स्मरण करें और छलनी से उनकी फोटो देखें, या फिर वीडियो कॉल से उन्हें देखें। इसके बाद पति का आशीर्वाद लें। इसके साथ ही घर के बुजुर्गो का भी आशीर्वाद लें। और पति को मन ही मन याद करते हुए व्रत को संपूर्ण करें।
करवा चौथ के दिन पत्नी तो हर कोशिश करती है कि पूजा पूरी विधि विधान से हो, उपवास की प्रक्रिया भी ठीक तरह से हो। ऐसे में पति की भी जिम्मेदारी बनती है कि वो भी इस खास मौके पर अपनी पत्नी को उपहार भेंट करें। उपहार में पति आभूषण, नई साड़ी, लहंगा, घड़ी, या फिर उनकी पसंद की चीज भेंट कर सकते हैं।