Shardiya Navratri 2023: नवरात्रि में मां दुर्गा को गलती से भी न चढ़ाएं ये चीजें

Shardiya Navratri 2023: नवरात्रि के 9 दिन मां दुर्गा को समर्पित हैं। इन नौ दिनों में पूजा के दौरान मां दुर्गा को भूलकर भी कुछ चीजें  अर्पित नहीं करनी चाहिए। अऔर मां दुर्गा नाराज होती हैं। 
नवरात्रि टिप्स
नवरात्रि टिप्स web

नई दिल्ली रफ्तार डेस्क: हिंदू धर्म का नवरात्रि पर्व शुरू हो चुका है और देशभर में धूमधाम से मनाया जा रहा है। नौ दिनों तक मां दुर्गा  को प्रसन्न करने के लिए घटस्थापना अखंड ज्योति ,आरती और भजन किए जाते हैं। शास्त्रों के अनुसार सभी देवी देवताओं में मां दुर्गा की पूजा में नियमों का विशेष ध्यान रखा जाता है।  जातक की एक गलती से व्रत और पूजा तो व्यर्थ हो जाती है। साथ ही भविष्य में भी दुष्परिणाम झेलने पड़ते हैं।  इसलिए मां दुर्गा की पूजा करते हुए वक्त यह ध्यान रखें कि कुछ ऐसी चीजें होती हैं। जो मां दुर्गा को बिल्कुल भी अर्पित नहीं करनी चाहिए। इससे मां दुर्गा नाराज होती हैं। तो चलिए जानते ऐसी कौन सी चीज हैं। जो नवरात्रि में मां दुर्गा को अर्पित नहीं करनी चाहिए।

इन फूलों को चढ़ाने से बचें

देवी दुर्गा की पूजा में कुछ फूल जैसे कनेर, धतूरा, हरसिंगार और मदार का इस्तेमाल वर्जित है।  इसके अलावा चंपा और कमल के अलावा किसी अन्य फूल की कली भी नहीं चढ़ाना चाहिए। ऐसा करने से मां दुर्गा की नाराजगी झेलनी पड़ सकती है। 

बेल और दूब ना करें अर्पित

नवरात्रि या अन्य दिनों में भी मां दुर्गा की पूजा के दौरान उन्हें बेल और दूब नहीं चढ़ाना चाहिए। ये मां दुर्गा को पसंद नहीं है। 

बांसी  फूल चढ़ाने से बचें

मां दुर्गा को हमेशा ताजा खुशबूदार और लाल रंग के फूल अर्पित करने चाहिए।  मां दुर्गा को बांसी फूल अर्पित करने से बचना चाहिए। ऐसा करने से मां नाराज होती है l और उनके क्रोध से घर की सुख शांति भंग हो जाती है।

टूटा हुआ नारियल और लौंग चढ़ाने से बचें 

कलश स्थापना के दौरान कभी भी टूटा लौंग या टूटे हुए नारियल का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इस तरह टूटी  हुई लॉन्ग भी अशुभ मानी जाती है। अगर आप ऐसा करते है तो इससे पूजा का फल नहीं मिलेगा । ऐसे में ध्यान रखें की मां को फूल वाली लौंग ही चढ़ायें और समूचा नारियल हो भी चढ़ाना चाहिए।

टूटे हुए चावल ना करें अर्पित

पूजा पाठ में देवी देवताओं को अक्षत अर्पित करना शुभ माना जाता है।  लेकिन कभी भी मां दुर्गा को टूटे हुए यानी खंडित चावल अर्पित नहीं करने चाहिए। इससे देवी मां नाराज हो सकती है।  ध्यान रखें कि अक्षत अर्पित करने से पहले गंगाजल से शुद्ध जरूर कर लें। 

Related Stories

No stories found.