Raftaar Desk STI-1
पेट की चर्बी कम करने के योगासन के रूप में ताड़ासन का अभ्यास करना एक बेहतरीन शुरुआत हो सकती है। इसे करने से पूरे शरीर में खिंचाव महसूस हो सकता है। साथ ही रक्त का प्रवाह बेहतर हो सकता है। वहीं, एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध में पाया गया कि अन्य योगासनों के साथ ताड़ासन का अभ्यास पेट की अतिरिक्त चर्बी को कम करने में मदद कर सकता है । वहीं, मोटापा कम करने के अलावा इसे लंबाई बढ़ाने के लिए भी किया जा सकता है ।
पार्श्व का मतलब बगल होता है। यह योग करते समय शरीर पार्श्व की मुद्रा बनाता है, इसलिए यह पार्श्वकोणासन कहलाता है। इसे नियमित रूप से करने से कई शारीरिक समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है। वहीं, एक शोध में जिक्र मिलता है कि पार्श्वकोणासन का अभ्यास कूल्हे और जांघ की चर्बी को कम करने में मदद कर सकता है ।
पेट कम करने वाले योगासन में इसे चुना जा सकता है। इस आसन को करते समय शरीर त्रिकोण जैसी मुद्रा में आ जाता है, इसलिए इसी त्रिकोणासन कहते हैं। त्रिकोण का अर्थ होता है तीन कोण वाला और आसन का अर्थ मुद्रा से होता है। कई योग पर हुए रिसर्च में पाया गया कि अन्य योगासन के साथ ही त्रिकोणासन का अभ्यास पेट की चर्बी को कम करने में मददगार हो सकता है ।
यह दो शब्दों के योग पद यानी पैर और हस्त यानी हाथों के योग से बना है। यह योग करते समय हाथों को जमीन पर पैरों के साथ सटा कर रखा जाता है, जिस कारण इसे पादहस्तासन कहा जाता है। पादहस्तासन का नियमित अभ्यास पेट की अतिरिक्त चर्बी को कम करने में मदद कर सकता है।
शरीर को चुस्त व तंदुरुस्त रखने के लिए इससे बेहतर और कोई योग नहीं हो सकता। यह ऐसा योगासन है, जिसे करते समय शरीर के सभी अंग एक साथ काम करते हैं। पेट कम करने के योगासन में इसे शामिल किया जा सकता है।
पेट कम करने के योगासन की श्रेणी में यह भी खड़े होकर किया जाने वाला योग है। संस्कृत में अर्ध का मतलब होता है आधा और चक्र का मतलब पहिये से होता है। यह आसन करते हुए शरीर की मुद्रा आधे पहिये जैसी नजर आती है, इसलिए यह अर्धचक्रासन कहलाता है।
जिस तरह पुराने समय में चक्की को हाथों की मदद से चलाया जाता था, यह आसन भी उसी तरह किया जाता है। इसे करना मुश्किल नहीं है और कोई भी कर सकता है। इस आसन का नियमित अभ्यास भी पेट की अतिरिक्त चर्बी को कम करने में सहायक हो सकता है।
कपालभाति
पेट की चर्बी को कम करने के लिए योगासनों में इसे शामिल किया जा सकता है। रिसर्च के अनुसार कपालभाति प्राणायाम का अभ्यास पेट की मांसपेशियों को टोन करने के साथ ही पेट की चर्बी को कम करने में मदद कर सकता है