Raftaar Desk - K1
इतिहास के पन्नों में 14-15 जून भारतीय इतिहास की सबसे बदरंग तारीख है।
कांग्रेस ने 1947 में 14-15 जून को बंटवारे के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। आजादी की आड़ में अंग्रेज भारत को कभी न भरने वाला यह जख्म दे गए।
देश-दुनिया के इतिहास में 14-15 जून की तारीख तमाम अहम वजह से दर्ज है।
14-15 जून की तारीख को भारत के बंटवारे के इतिहास की सबसे दुखद घटना में शुमार किया जाता है।
यह सिर्फ दो मुल्कों का नहीं बल्कि घरों का, परिवारों का, रिश्तों का और भावनाओं का बंटवारा था।
रातोंरात भूगोल बदल गया। कोई बेघर हुआ तो किसी को नफरत की तलवार ने काट डाला।
इस दिन किसी का भाई सीमापार चला गया तो कोई अपने परिवार को छोड़कर इस ओर आने पर मजूबर हुआ।