Raftaar Desk - T2
वास्तु शास्त्र की बात करें तो इसमें घर की दिशा (Direction) को लेकर बहुत से सुझाव दिए जाते हैं. घड़ी को लेकर भी वास्तु शास्त्र में सलाह दी जाती है कि इसे कहां, किस तरह और किस हालत में टांगा जाए
वहीं, वास्तु में घड़ी को घर की आर्थिक स्थिति से भी जोड़ा जाता है. इसी चलते यहां जानिए घर की किस दिशा में वास्तु घड़ी लगाने की सलाह नहीं देता है और यह कौनसी दिशा है जिस तरफ घड़ी टांगने को आर्थिक दिक्कतों (Financial Problems) की वजह समझा जाता है.
वास्तु शास्त्र के अनुसार उत्तर, पूर्व और पश्चिम दिशा में घड़ी लगानी सही मानी जाती है. लेकिन, दक्षिण दिशा (South Direction) में घड़ी टांगना अच्छा नहीं माना जाता है. इस दिशा में घड़ी टांगे जाने पर आर्थिक दिक्कतें उत्पन्न होने लगती हैं. साथ ही, इस बात का ध्यान दिया जाना जरूरी है पश्चिम दिशा में तब ही घड़ी लगाएं जब पूर्व और उत्तर दिशा में जगह ना हो.
घर के द्वार पर या जिस जगह से घर में प्रवेश करते हैं वहां घड़ी लगाने की सलाह नहीं दी जाती है. घर के एंट्रेस पर दरवाजे के ऊपर या घर के किसी भी दरवाजे के ऊपर घड़ी नहीं लगाई जाती है. पलंग के पास या पलंग के ऊपर दीवार पर भी घड़ी लगाना अच्छा नहीं माना जाता है
निरंतर चलती घड़ी को निरंतर आगे बढ़ते जीवन से जोड़कर देखा जाता है. इसी तरह बंद घड़ी को जीवन में रुकावट पैदा करने वाला समझा जाता है. वास्तु के अनुसार घर में टूटी, खराब या बंद घड़ी नहीं रखनी चाहिए. खासकर टूटे कांच वाली घड़ी घर में ना लगाने की सलाह दी जाती है. इस बात का ध्यान रखना भी जरूरी है कि घड़ी को वक्त-वक्त पर साफ किया जाए.
वास्तु के अनुसार जिस घड़ी का आकार गोल होता है वह घर के लिए अच्छी होती है. इसीलिए अलग-अलग आकार की घड़ी खरीदने के बजाय सामान्य गोलाकार घड़ी (Round Clock) घर की दीवार पर लगाई जाती है.