Raftaar Desk SYI-1
घर के मुख्य द्वार को श्री गणेश का प्रतीक माना जाता है। वहीं, जिस दिशा में मुख्य द्वार होता है उस दिशा के ग्रह स्वामी का प्रभाव घर पर ज्यादा रहता है।
घर के मुख्य दरवाजे पर चप्पल-जूते इसलिए नहीं उतारने चाहिए क्योंकि इससे श्री गणेश का अपमान होता है और उनका वास घर में खत्म हो जाता है।
माना जाता है कि घर के मुख्य द्वार पर चप्पल-जूते उतारने से मां लक्ष्मी भी रुष्ट हो जाती हैं और आर्थिक संकट जन्म लेने लगता है। तंगी घेर लेती है।
घर की दहलीज में राहु का वास माना गया है। इसी कारण से घर की दहलीज को साफ-सुथरा और अखंड रखने के लिए कहा जाता है। यह बहुत अशुभ होता है क्योंकि घर पर राहु का दुष्प्रभाव बढ़ता है। दहलीज के पास चप्पल-जूते रखने से राहु कुंडली में बुरा असर दिखता है।
घर पर जूते-चप्पल को हमेशा शू रैक में रखना चाहिए। कभी भी चप्पल-जूते उल्टे नहीं पड़े रहने देने चाहिए। उन्हें फौरन सीधा करना चाहए।
आप चाहे तो घर के मुख्य द्वार से थोड़ी सी दूरी पर शू रैक रख सकते हैं लेकिन मेन डोर के ठीक सामने या आसपास शू रैक रखने से बचें।
आपको बता दें कि वास्तु शास्त्र में पूर्व और उत्तर दिशा बहुत शुभ होती है. इसलिए इस दिशा में जूते चप्पल नहीं उतारने नहीं चाहिए
इसके अलावा जूते चप्पल को दक्षिण और पश्चिम की दिशा में रखना चाहिए. और चप्पलों को हमेशा व्यवस्थित तरीके से रखना चाहिए
जिन घरों में जूते-चप्पल सही तरीके से नहीं रखे होते हैं उस घर में लड़ाई झगड़े बहुत ज्यादा होते हैं. इससे आपसी रिश्तों में मनमुटाव बहुत ज्यादा होने लगता है