Raftaar Desk - T2
कई पारंपरिक मान्यताओं के अनुसार प्रत्येक घर में एक प्रकार की ऊर्जा होती है, और वास्तु यह निर्धारित करता है कि उस ऊर्जा को उस घर में रहने वाले परिवार के लिए सकारात्मक और संतोषजनक कैसे बनाया जाए।
यदि आप एक स्वतंत्र घर बना रहे हैं या आपके फ्लैट के भीतर सीढ़ियां हैं, तो सीढ़ी से जुड़े वास्तु उपाय आपके घर में संतुलन ला सकते हैं। यदि आपकी सीढ़ियां वास्तु नियमों का पालन करती हैं तो यह आपके जीवन में प्रसिद्धि का कारण बन सकती हैं।
दूसरी ओर, अगर ऐसा नहीं होता तो आपक्को असफल हो ने से कोई नहीं रोक सकता। कई बार लोग सीढ़ियों के नीचे ऐसी चीजें बनवा लेते हैं जिससे बहुत बड़ा वास्तु दोष बन जाता है। इससे लोगों को अपने जीवन में कई तरह की पेचीदगियों और आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ता है।
हमें कभी भी सीढ़ियों के नीचे पानी से जुड़ी चीजें नहीं रखनी चाहिए। कई बार इस जगह पर वाशबेसिन बना देते हैं, लेकिन यह एक बहुत बड़ा वास्तु दोष पैदा करता है। हमें एक्वेरियम जैसी चीजें भी नहीं रखनी चाहिए क्योंकि ये भी पानी से जुड़ी होती हैं।
सीढ़ियों के नीचे पानी से संबंधित सामान रखने से घर में धन का संचय नहीं होता है। परिश्रम से कमाया हुआ धन व्यर्थ के कार्यों में व्यर्थ जाता है।
सीढ़ियों के नीचे अध्ययन कक्ष
अक्सर लोग सीढ़ियों के नीचे बच्चों के पढ़ने की जगह या अपना कार्यस्थल बना लेते हैं, लेकिन ऐसा करने से बच्चों का पढ़ाई में मन नहीं लगता और आप भी पूरे ध्यान से अपना काम पूरा नहीं कर पाते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार सीढ़ियों के नीचे बैठकर कोई भी काम करने से आपको अनगिनत मानसिक परेशानियों का सामना भी करना पड़ सकता है।
वास्तु शास्त्र में हर एक दिशा का विशेष महत्व होता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार अगर किसी घर या प्रतिष्ठान में किसी भी तरह का कोई वास्तु दोष होता है तो वहां पर हमेशा नकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है, जिस कारण से व्यक्ति के जीवन में तरक्की और सुख-समृद्धि की कमी रहती है।
वहीं अगर जिन घरों में किसी भी तरह का कोई भी वास्तु दोष नहीं होता वहां पर हमेशा मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है। वास्तु शास्त्र में दिशाओं के अलावा कुछ ऐसी चीजों के बारे में भी बताया जिनके न होने पर भी घर में वास्तु दोष और दरिद्रता का वास होता है।