Raftaar Desk SYI-1
माउंट आबू राजस्थान का एकमात्र हिल स्टेशन है यहाँ पहाड़ों को स्पर्श करते हुए बादल का नज़ारा आपको आनंदित कर देगा. हर वर्ष यहाँ हजारों की संख्या में पर्यटक घूमने आते है. यह स्थान हरियाली और प्रकृति को पसंद करने वाले पर्यटकों के लिए एक बेहतरीन विकल्प है
राजस्थान के सिरोही जिले में स्थित माउंट आबू अरावली पर्वतमाला के ऊँचे पहाड़ो पर स्थित है माउंट आबू पर स्थित गुरु शिखर अरावली पर्वत माला की सबसे ऊँची चोटी है. चलिए अब एक-एक करके माउंट आबू पर स्थित विभिन्न पर्यटन स्थलों के बारे में जानते है
माउंट आबू पर स्थित दिलवाड़ा जैन मंदिर विमालवसाहि मंदिर, लूना वसाही मंदिर, पित्तलहार मंदिर, श्री पार्श्वनाथ मंदिर व श्री महावीर स्वामी मंदिर पाँच मंदिरों की श्रृंखला है जो जैन धर्म के तीर्थकरों को समर्पित है. इन प्रसिद्ध दिलवाड़ा जैन मन्दिरों का निर्माण 11वीं और 13वीं सदी के मध्य राजा वास्तुपाल तथा तेजपाल नामक दो भाइयों ने करवाया था
चारों ओर पहाड़ियों से गिरी मीठे पानी की नक्की झील राजस्थान की सबसे ऊँची झील है. ऐसा कहा जाता है कि इस झील को देवताओं ने अपने नाखूनों से खोद कर बनाया था इसलिए इसका नाम नक्की झील रखा गया था
गुरु शिखर माउंट आबू की सबसे ऊँची में छोटी है. यहाँ का नज़ारा इतना सुन्दर और आकर्षक है कि नजरें हटाने का मन नहीं करेगा. इस सबसे ऊँचे पर्वत पर सफ़ेद रंग का मन्दिर बना हुआ है जो भगवान विष्णु के अवतार दत्तात्रेय को समर्पित है
माउंट आबू से तक़रीबन 3 किलोमीटर की दुरी पर अर्बुदा देवी का प्राचीन मंदिर स्थित है जो अम्बिका देवी और अधर देवी के नाम से भी प्रसिद्ध है. यह सफ़ेद रंग का सुन्दर मंदिर 51 शक्तिपीठों में से एक है. अर्बुदा देवी के मंदिर तक पहुँचने के लिए 365 सीढियाँ चढ़कर जाना होता है और इस दौरान बहुत ही सुन्दर-सुन्दर नज़ारे देखने को मिलते है
माउंट आबू की नक्की झील के पास सूर्यास्त बिंदु यानी सनसेट पॉइंट है. सूर्यास्त के समय यहाँ का नजारा बहुत ही सुन्दर और देखने लायक होता है ऊँची पहाड़ियों के पीछे छिपता सूरज और इन पहाड़ियों पर गिरती हुई सूरज की किरणे बहुत ही सुन्दर नज़ारा पेश करती है.
आबू से लगभग 13 किलोमीटर की दुरी पर अरावली पार्वतीमाला की पहाड़ियों पर अचलगढ़ का किला बना हुआ है. इस किले का निर्माण महाराणा कुम्भा के द्वारा 1452 ई में करवाया गया. किले के बाहर हनुमान पोल और गणेश पोल नामक दो मुख्य प्रवेश द्वारा है इनके अलावा किले के अंदर चम्पापोल और भैरवपोल दो अन्य प्रवेश द्वार भी है.