Raftaar Desk - P1
लिस्ट का पहला स्टॉक ओएनजीसी (ONGC) है। 2011 से लेकर आज तक करीब 32 बार अपने निवेशकों को मुनाफा दिया है।
इंडियन ऑयल कोऑपरेशन लिमिटेड - आईओसीएल पीएसयू है जिसका संचालन पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय द्वारा 24,184 करोड़ रुपये के शुद्ध लाभ के साथ किया जाता है।
पावर फाइनेंस कॉर्पोरेशन (PFC) स्टॉक पर बात किया जाए तो इस कंपनी ने अपने निवेशकों को साल 2011 से लेकर अभी तक करीब 26 बार लाभांश देकर उनके चेहरे पर खुशी लाई है।
एनटीपीसी 16,111 करोड़ रुपये के शुद्ध लाभ के साथ बिजली उत्पादन और अन्य गतिविधियों में लगी हुई है। इसने अभी तक 26 बार अपने निवेशकों को लाभांश का भुगतान किया है
कोल इंडिया लिमिटेड - सीआईएल 11,201 करोड़ रुपये के शुद्ध लाभ के साथ दुनिया में सबसे बड़ा सकारी स्वामित्व वाला कोयला उत्पादक है।
स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया - कंपनी का स्वामित्व इस्पात मंत्रालय के पास है और यह गुणवत्ता, उत्पादकता, लाभप्रदता और ग्राहकों की संतुष्टि में भारतीय इस्पात व्यवसाय में सबसे बड़ी नेता है, जिसका शुद्ध लाभ 12,015 करोड़ रुपये है।
पॉवर ग्रिड कोऑपरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड - पीजीसीआईएल मुख्य रूप से भारत के विभिन्न राज्यों में थोक बिजली के प्रसारण में लगी हुई है। जिसका शुद्ध लाभ 17,093 करोड़ रुपए बताया गया है।
गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड - गेल लगभग 13722 किलोमीटर प्राकृतिक गैस पाइपलाइन का मालिक है और इसका संचालन करता है। वर्तमान में 10,363 करोड़ रुपये के शुद्ध लाभ के साथ लगभग 6000 किलोमीटर की अपनी परियोजनाओं को क्रियान्वित कर रहा है।
हिंदुस्तान पेट्रोलियम कोऑपरेशन लिमिटेड - एचपीसीएल जिसे आमतौर पर एचपी कहा जाता है। तेल और प्राकृतिक गैस सहयोग की सहायक कंपनी है। जिसका शुद्ध लाभ 6,382 करोड़ रुपए है।
भारत इलेक्ट्रॉनिक्स (Bharat Electronics) जिसने साल 2011 से अब तक 29 बार अपने निवेशकों को लाभांश देकर खुश कर दिया है।