Raftaar Desk - P1
नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। क्या आपने कभी सोचा था कि कोरोना के बाद हर देश और हर जगह पर्यटन इतना बढ़ जाएगा? जिस तरह कोरोना लॉकडाउन में लोग ढाई साल तक अपने घरों में बंद रहे, उसी तरह लोगों ने तब से ट्रैवलिंग को अपना पैशन बना लिया है। पर्यटक न केवल अपने देश में स्थानीय रूप से यात्रा करते हैं, बल्कि विदेश यात्रा करना भी पसंद करते हैं।
बाली
इंडोनेशियाई द्वीप बाली एक लोकप्रिय डेस्टिनेशन है, इस प्राकृतिक खूबसूरती ने लंबे समय से पर्यटकों को काफी आकर्षित किया है।
वेनिस
यूरोप में मास टूरिज्म देखा गया है, पूरे साल यहां काफी ज्यादा ट्रैफिक देखने को मिलता है, यही नहीं ज्यादा पर्यटक की वजह से सरकार ने टूरिस्ट टैक्स भी लगा दिया।
भूटान
भूटान में पर्यटकों की संख्या को कम करने का तरीका यहां वीजा लागू करने की कीमत पर है, जिन्हें बढ़ा दिया गया है। वीजा लागू करने के लिए आपको 16 हजार के करीबन देने होंगे
थाईलैंड
2017 से ही थाईलैंड ने मास टूरिज्म को ध्यान में रखते हुए पैसे आने से ज्यादा मार्केटिंग स्ट्रेटजी पर ज्यादा ध्यान दिया। तब से फी फी द्वीपों की प्रकृति को बनाए रखने के लिए वहां के माया बे जगह पर नावों पर प्रतिबंध लगा दिया।
एम्स्टर्डम
एम्स्टर्डम शहर में भी लोगों की भीड़ काफी ज्यादा बढ़ गई है, यहां एक विज्ञापन भी चलाया गया है, जिसमें लोगों को 'दूर रहने' के लिए कहा गया है। यही नहीं यहां लोगों के लिए रेड लाइट डिस्ट्रिक्ट में कैनबिस स्मोक करने पर बैन लगा दिया है।