Raftaar Desk AH1
शादी के बाद से पुरुष और महिलाएं उनमें आने वाले बदलाव को लेकर अक्सर दबी जुबान की चर्चा होती रहती है।
खासकर महिलाओं में होने वाले बदलावों को ज्यादा देखा जाता है।
महिलाओं के बारे में तो कहा जाता है कि ससुराल जाते ही अधिकतर महिलाएं पूरी तरह से बदल जाती हैं।
बाली उम्र से लेकर बालिग होने, फिर बड़े होने पर महिलाओं का व्यक्तित्व जो रूप ,रंग और आकार लेता है।
लड़कियों की बॉडी रिप्रोडक्शन के लिए बनी होती है। इसलिए प्यूबर्टी की एज के बाद उनमें ओवुलेशन यानी अंडे बनने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है।
शादी के बाद महिलाओं में हार्मोंस बढ़ने लगता है। अपनी शादी को लेकर खुश रहने वाली महिलाओं के शरीर में हैप्पी हार्मोन से का स्त्राव अधिक होने लगता है।
रोमांस के बाद हैप्पी हार्मोन से का यह प्रभाव काफी तेजी से होता है। इसका मतलब वो पहले से ज्यादा शादी के बाद खुश नज़र आती है।
सोलह श्रंगार करके और हर समय सज धज के रहना उन्हे खूब पसंद आता है। यहां तक की चलने फिरने और बोलने का अंदाज भी बदल जाता है।