Anzar Hashmi
सर्दियों में ड्राई एयर और इनडोर हीटिंग सिस्टम में आंखों मे रुखापन हो सकता है। इसलिए आंखों की नमी होनी चाहिए। इसके लिए आई ड्रॉप के इस्तेमाल से लाभ मिलता है। जलन से भी राहत मिल जाती है।
सर्दियों में ठंडी हवाओं से आंखों को नुकसान हो सकता है। इनसे आंखों को किसी भी तरह बचाने की जरुरत है। आंखों को हानिकारक यूवी किरणों से बचाने के लिए आप यूवी प्रोटेक्शन सनग्लासेस पहन सकते है।
आंखों को हेल्दी रखना है खानपान में पोषक तत्व मौजूद होने चाहिए। खाने में विटामिन ए, सी और ई के साथ ही ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर चीजों को जरुर शामिल करें। इन पोषक तत्वों से आंखें काफी हेल्दी हो जाती है।
सर्दियों के दौरान लोग पानी कम पीते हैं, जिसका सीधा असर आंखों पर होता है। इसलिए डिहाइड्रेशन रोकना है तो आपको खूब पानी पीते रहना चाहिए। आंखों का ड्राईनेस और खुजली दूर हो जाती है।
सर्दी के मौसम में स्क्रीन टाइम बढ़ने लगता है। ऐसे में इसे कम करने पर ध्यान देने की जरुरत है। बार-बार मोबाइल, टीवी, लैपटॉप देखने से आंखों पर दबाव होता है। इसमें हर 20 मिनट में कम से कम 20 सेकंड के लिए 20 फीट दूर कुछ भी देखना चाहिए।
आंखों को हेल्दी रखने में प्रॉपर लाइटिंग की जरुरत बहुत होती है। सर्दियों में धूप कम निकलने के काऱण घर या ऑफिस में रोशनी अच्छी होने से आंखों पर दबाव नहीं होता और तनाव भी नहीं बढ़ता है।
सर्दियां आते ही बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। सर्दी-खांसी बुखार और वायरल के अलावा कड़ाके की ठंड का असर आंखों पर भी पड़ने लगता है।
धूप कम निकलने और पाला पड़ने से आंखें ड्राई हो जाती है। उसमें खुजली और जलन की वजह से लालपन आता है।
इसके अलावा आंखों के आसपास म्यूकस जमना, बेचैनी, आंखो में पानी आने जैसी दिक्कत हो जाती है। इनमें कुछ टिप्स का ध्यान रखकर आप आंखों की देखभाल कर सकते हैं।