Raftaar Desk AH1
मां को कुमकुम का टीका लगाएं और श्रृंगार का सामान चढ़ाएं, जैसे मां दुर्गा को लाल रंग पसंद है, इसलिए पूजा के समय माता रानी को लाल चुनरी चढ़ाएं।
16 श्रृंगार में फूलों का श्रृंगार बेहद महत्व माना गया है। फूलों की महक मन को ताजगी प्रदान कर देती है, महिलाएं माता रानी का फूलों से श्रृंगार कर सकती हैं।
माथे पर लगा सिंदूर का टीका बिंदी शरीर में सकारात्मक संचार करता है। ऐसा करने से मानसिक शांति मिलती है।
किसी भी प्रकार त्योहार पर सुहागन महिलाओं को श्रृंगार में मेहंदी के बिना अधूरा माना जाता है वैसे ही माता रानी को सोलह श्रंगार में मेहंदी जरुर चढ़ाएं ।
मान्यता है कि कान में पहने जाने वाले आभूषणों से मानसिक तनाव से मुक्ति मिलती है इतना ही नहीं कान छेदन से आंखों की रोशनी में तीव्र होती है। और सिर दर्द की समस्या से निजात मिलती है।
अंगूठी पहनना शरीर में रक्त के संचार को नियंत्रित रखता है। अंगूठी शरीर में रक्त के संचार को नियंत्रित रखता है।
काजल आंखों की सुंदरता को तो बढ़ता है। इसके साथ ही आंखों की रोशनी को भी बढ़ाता है।
नवरात्रि की शुरुआत से मां दुर्गा की पूजा अर्चना शुरू हो जाती है। नवरात्रि में मां दुर्गा का 16 श्रृंगार करना काफी शुभ माना जाता है।
देशभर में माता रानी की पूजा अर्चना की जा रही है। साथ ही घरों में भी माता रानी को विराजमान किया गया है।
माता के 16 श्रृंगार उनके रूप और प्रभाव पर चार चाँद लगते हैं।