Abhay Tripathi
हमारे जीवन में कई प्रकार के रिश्ते होते हैं लेकिन आप रिश्ते की सही पहचान कैसे करेंगे ये चाणक्य नीति में समझाया गया है।
व्यक्ति का सबसे लगाव उसके मित्र से होता है। मित्र दो प्रकार के होते हैं। एक जो आपकी किसी भी परिस्थिति में आपका साथ देता है। दूसरा स्थिति विपरीत होने पर आपको छोड़कर चला जाता है।
सही जीवनसाथी वह होता है जो आपके सभी सुख-दुख में आपका साथ दे। अगर आप उसे महंगे तोफे भी ना दे, कहीं घूमाने न ले जाएं फिर भी वह आपके साथ खड़ा रहे।
एक सफल पिता वो होता है जो अपने पुत्र की इच्छाओं का ध्यान रखने के साथ-साथ उसका ऐसा मार्ग दर्शन करें जो उसे सही पथ पर ले जाता हैं।
चाणक्य नीति के अनुसार एक अच्छा पुत्र वही हैं जो अपने माता-पिता का सम्मान करें। जरूरी नहीं है कि उनकी सारी बात ही माने लेकिन उनका ध्यान रखें। उनकी सेवा करें और अपना पुत्र धर्म निभाए।
मां वो होती हैं जो अपने सारे बच्चों में समानता रखें। और बिना भेदभाव के सारे बच्चों को एक बराबर प्यार करें। पारिस्थितिकी कैसी भी हो जाए लेकिन वह अपने बच्चों का साथ ना छोड़े।
भाई बहन का रिश्ता बहुत ही अनोखा और पावन होता है। कितना भी लड़ाई-झगड़ा हो जाए लेकिन एक दूसरे की ढाल बनने वाले भाई बहन का रिश्ता हमेशा मजबूत रहता है।
एक बड़ा भाई पिता के समान होता हैं पिता के न रहने पर छोटे भाई का पुत्र के समान रक्षा और पालन पोषण करता है। जो व्यक्ति ये ना करें वो सफल भाई नहीं बन सकता।