Raftaar Desk RPI
मंदौर
राजस्थान के मंदौर में भी रावण का पुतला नहीं फूंका जाता है। ऐसी मान्यता है कि मंदौर वह जगह है, जहां मंदोदरी और रावण की शादी हुई थी,जिस वजह से यहां के लोग रावण को दामाद मानते हैं और उसका दहन नहीं होता है।
बैजनाथ
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में स्थित बैजनाथ में भी रावण दहन नहीं होता है। यहां ऐसी मान्यता है कि जो भी रावण का पुतला जलाता है। उसके परिवार में अचानक मृत्यु हो जाती है, ये ही वह जगह है, जहां रावण ने भगवान शिव की तपस्या करके मोक्ष का वर मांगा था।
मंदसौर
मध्य प्रदेश के मंदसौर में भी रावण दहन नहीं किया जाता है।ऐसी मान्यता है कि रावण की पत्नी मंदोदरी मंदसौर की रहने वाली थी, जिस वजह से यहां के लोग भी रावण को दामाद मानते हैं और उसका दहन नहीं होता है।यहां रावण की मूर्ति भी है।
बिसरख
उत्तर प्रदेश के बिसरख में रावण दहन नहीं होता है। यहां रावण का पुतला नहीं जलाया जाता,यहां रावण का पूजन होता है और उसका मंदिर भी है।बिसरख रावण का ननिहाल माना जाता है।
इस साल दशहरा 24 अक्टूबर को मनाया जायेगा । धार्मिक मान्यता के अनुसार भगवान श्री राम द्वारा रावण के वध की खुशी में दशहरा मनाया जाता है। यह दिन बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक माना जाता है।
इसी कारण देश भर में बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक के रूप दशहरा के दिन रावण दहन किया जाता है।
आज के दिन, रावण मेघनाथ कुम्भकरण को जलाया जाता है।
रावण को जलाकर लोग बुराई पर अच्छे की जीत पाते हैं।