Anzar Hashmi
रमजान के महीने का मुसलमान बड़ी बेसब्री से इंतजार करते हैं। इस्लाम धर्म में इस मुबारक महीने को बहुत ही पाक समझा जाता है।
रमजान शुरू होते ही पूरे एक महीने तक रोजा रखते हैं और फिर ईंद मनाते हैं। इस दौरान लोग अनुशासन का पालन भी करते हैं।
बिना कुछ खाए-पिए रोजा रखना होता है। रजमान-ए-पाक का महीना इस साल 11 मार्च में शुरू होना है।
रमजान का महीना शाबान के महीने के बाद शुरू हो जाता है। इस बार शाबान का महीना 9 मार्च या 10 मार्च को खत्म होना है। तो इस हिसाब से पहला रोजा 10 या फिर 11 मार्च को होना है।
अगर 10 मार्च को चांद दिख दिख जाता है, तो 11 मार्च से रमजान का महीना शुरू होगा। सऊदी अरब में जिस दिन रमजान का चांद दिखता है। उसके अगले दिन भारत में पहला रोजा होता है।
ये पाक महीना ईद-उल-फितर के साथ पूरा हो जाता है। इस्लामिक कैलेंडर चंद्रमा पर आधारित है। ऐसे में 12 इस्लामी महीने में 12 चांद महीने पर निर्भर रहते हैं।
इस्लाम धर्म में रमजान के महीने के पूरे 30 दिन रोजा रखा जाता है। रोजे के दौरान सूर्योदय से पहले सहरी होती है और फिर बिना खाएं-पिए दिन भर रोजा रखा जाता है। शाम को सूर्यास्त के बाद इफ्तार के समय रोजे खोलते हैं।
रोजेदारों को रोजाना पांच वक्त के लिए नमाज अदा करना जरुरी है। रमजान के पवित्र महीने में गरीबों व जरूरतमंदों की मदद होती है। आखिरी दिन चांद का दीदार होने के बाद ईद-उल-फितर का पर्व मनाते हैं।
रमजान महीने के 30 दिन के रोजों को तीन अशरों में बांटा हुआ है। रमजान के पहले 10 दिन रहमत के, दूसरे 10 दिन बरकत के और आखिर के 10 दिन मगफिरत के माने जाते हैं।