अप्रैल-मई की चिलचिलाती गर्मी के बाद बारिश की बंदें शरीर और धरती दोनों को राहत पहुंचाती हैं. इस मौसम में ठंडी हवा, तेज़ बारिश, बिजलियां और पहली बारिश के बाद मिट्टी की ख़ुशबू को ख़ुशनुमा बना देती है,