Raftaar Desk STI-1
बारिश के मौसम में कच्ची सब्ज़ियां खाने से बचें क्योंकि उनमें बैक्टीरिया और वायरस हो सकते हैं, जिससे इंफ़ेक्शन, फ़ूड पॉइज़निंग या डायरिया हो सकता है. उबली और स्टीम हुई सब्ज़ियों का सेवन एक हेल्दी ऑप्शन हो सकता है क्योंकि, इनमें प्रोटीन, फ़ाइबर और अन्य पोषक तत्व अधिक होते हैं.
पीने का पानी कम दूषित हो या ज़्यादा वो पीलिया, टाइफ़ॉयड आदि जैसी गंभीर स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं पैदा कर सकता है. इसीलिए पीने के पानी को घर पर नियमित रूप से उबालकर पीने की आदत डालें
बारिश का मौसम हमें समोसा, पकोड़ा, चाट जैसे गर्म और मसालेदार स्ट्रीट फ़ूड खाने के लिए ललचा सकता है, लेकिन स्ट्रीट फ़ूड खाने से ख़ुद को रोकें
मॉनसून में करेले, नीम, मेथी या मेथी के बीज जैसे कड़वे फ़ूड का सेवन करना हमारे स्वास्थय के लिए काफ़ी फ़ायदेमंद होता है. इनमें कैल्शियम, आयरन, विटामिन और मिनरल्स की मात्रा अधिक होती है
दही, छाछ और घर के बने अचार का अधिक सेवन करें इन प्रोबायोटिक्स युक्त पदार्थों में अच्छे बैक्टीरिया होते हैं, जो हमारे पेट के स्वास्थ्य को सपोर्ट करते हैं और पाचन तंत्र को मज़बूत बनाते हैं
उच्च आर्द्रता हमारे शरीर की पाचन क्षमता को कम कर देती है यही वजह है, कि डॉक्टर्स मॉनसून में भारी और तले हुए स्नैक्स का सेवन से परहेज़ करने का सुझाव देते हैं क्योंकि इससे पेट ख़राब हो सकता है
जब भी आपके पैर बारिश के पानी से गीले हो जाते हैं, तो उन्हें अच्छे से सुखाएं. वहीं, गीले मोज़े या गीले जूते पहनने से बचें. त्वचा की सिलवटों (Skin Folds) में पसीने और नमी को जमा होने से रोकने के लिए Anti-Fungal Talc का प्रयोग करें
विभिन्न प्रकार की जड़ी-बूटियों और मसालों जैसे तुलसी, दालचीनी, अदरक, इलाइची आदि का उपयोग करके बनाई गई हर्बल टी बरसात के मौसम में काफ़ी लाभदायक होती है