Raftaar Desk - M1
25 जुलाई 2000 के दिन बिहार के मधुबनी जिले के छोटे से गांव बेनीपट्टी में जन्मी मैथिली ठाकुर आज किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं
बिहार की बेटी के नाम से मशहूर मैथिली ने महज चार साल की उम्र से ही सुरों का सफर शुरू कर दिया था, बर्थडे स्पेशल में हम आपको मैथिली की जिंदगी के चंद पन्नों से रूबरू करा रहे हैं
मैथिली को बचपन से ही संगीत के सुरों का साथ मिलने लगा था। दरअसल, उनके पिता पेशे से संगीत के टीचर हैं, जबकि मां भारती रमेश ठाकुर हाउसवाइफ हैं
मैथिली के दोनों भाई ऋषभ ठाकुर और अयाची ठाकुर भी संगीत में अच्छे-खासे जानकार हैं, वो भी संगीत में करियर बना रहे हैं
मैथिली ठाकुर की पढ़ाई-लिखाई की बात करें तो उनकी शुरुआती पढ़ाई गांव में ही हुई थी। इसके बाद उनका पूरा परिवार दिल्ली आ गया तो मैथिली ने दिल्ली के बाल भवन इंटरनेशनल स्कूल से पढ़ाई पूरी की है
मैथिली भले ही आज की तारीख में शोहरत की बुलंदियों पर हैं, लेकिन अपने सफर में उन्हें छह बार हार का सामना करना पड़ा
दरअसल, साल 2011 के दौरान मैथिली ठाकुर ने पहली बार लिटिल चैंप्स में जगह बनाई, लेकिन वह शो का हिस्सा नहीं बन सकीं। इसके बाद उन्होंने छह और रियलिटी शो में ऑडिशन दिए, लेकिन बार-बार नाकामयाबी हाथ लगी
संगीत की दुनिया में नाम कमाने के लिए किसी जमाने में संघर्ष करने वाली मैथिली आज करोड़ों की मालकिन हैं। उन्होंने साल 2018 के दौरान यूट्यूब चैनल शुरू किया था, जिस पर 3.77 मिलियन से ज्यादा सब्सक्राइबर हैं। सिर्फ यूट्यूब के जरिए मैथिली ठाकुर सालाना 50 लाख रुपये कमाती हैं