Mahakal Temple: महाकाल मंदिर के रहस्य के बारे में जानकर चौंक जाएंगे आप, जानिए क्या है इतिहास

Raftaar Desk - J1

महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मध्यप्रदेश के उज्जैन में स्थित है. कहते हैं पृथ्वी पर महाकालेश्वर ही मान्य शिवलिंग है

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‘अकाल मृत्यु वो मरे जो काम करे चांडाल का, काल उसका क्या करे जो भक्त हो महाकाल का’ कालों के काल महाकाल राजा की महीमा अद्भुत है

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द्वादश ज्योतिर्लिग में बाबा महाकाल सर्वोत्तम शिवलिंग माना गया है. कहते हैं 'आकाशे तारकं लिंगं पाताले हाटकेश्वरम्

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भूलोके च महाकालो लिंड्गत्रय नमोस्तु ते ' इसका अर्थ है, आकाश में तारक शिवलिंग, पाताल में हाटकेश्वर शिवलिंग तथा पृथ्वी पर महाकालेश्वर ही मान्य शिवलिंग है

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महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मध्यप्रदेश के उज्जैन में स्थित है कहते हैं यहां आने वालों की झोली कभी खाली नहीं जाती

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पौराणिक कथा के अनुसा वेद प्रिय नाम का एक ब्राह्रण अवंती नामक नगर रहता था. वो शिव का परम भक्त था प्रतिदिन पार्थिव शिवलिंग बनाकर बाबा की पूजा करता था

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भोलेनाथ ने नगरवासियों को राक्षस के अत्याचार से बचाने के लिए पहले उसे चेतावनी दी. दूषण राक्षस पर इसका कोई असर नहीं हुआ और उसने नगर पर हमला कर दिया

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भोलेनाथ क्रोधित हो उठे और धरती फाड़कर महाकाल के रूप में प्रकट हुए. शिव ने अपनी हुंकार से राक्षस को भस्म कर दिया

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ब्राह्रणों ने महादेव से यहीं विराजमान होने के लिए प्रार्थना की.  ब्राह्मणों के निवेदन से प्रसन्न होकर शिव जी यहां महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के रूप में वास करने लगे

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