Abhay Tripathi
चाणक्य नीति के अनुसार किसी भी रिश्ते का दिखावा नहीं करना चाहिए ज्यादा दिखावा रिश्ते को खोखला कर देता है।
चाणक्य अनुसार व्यक्ति को सदैव आदर सम्मान करना चाहिए। अगर इसमें कमी आ जाती है तो रिश्ते भी जल्दी खत्म हो जाते हैं।
रिश्ते में एक दूसरे के प्रति समर्पण का भाव रखना चाहिए। जब तक यह भाव आपके मन में नहीं होगा आप अपने रिश्ते को पूरी तरह से नहीं निभा पाऐंगे।
अक्सर लोग अपने अहंकार और ईगो के कारण एक दूसरे से लड़ाई के बाद भी बातें नहीं करते हैं। जबकि रिश्तों में अहंकार की कोई गुंजाइश नहीं होती।
चाणक्य अनुसार प्यार और विश्वास रिश्ते की नहीं होती है। इसीलिए अपने रिश्ते में अपना पूर्ण योगदान दें।
किसी भी व्यक्ति के लिए सभी को खुश रखना आसान नहीं होता है। लेकिन इसका ये अर्थ नहीं है कि आप छल और कपट का सहारा लें।
चाणक्य नीति के अनुसार व्यक्ति की बोली और उसका व्यवहार उसके व्यक्तित्व को दर्शाता है। और इससे उसका रिश्ता और निखरता है।
चाणक्य के अनुसार रिश्तो से जुड़े फैसले लेने के लिए कोई जल्दबाजी न करें बल्कि सोच समझ कर अपनी बुद्धि विवेक का इस्तेमाल करें।