Anzar Hashmi
छठ पूजा के दिन प्रात जल्दी उठें और स्नान आदि से मुक्त होकर छठ के व्रत का संकल्प लिया जाता है।
पूजा के लिए आवश्यक सामग्रियों में से दूध,धूप, गुड़, जल, थाली, लोटा, चावल, सिंदूर, दीपक, नए वस्त्र, बांस की 2 टोकरी, पानी वाला नारियल, पत्ते लगे गन्ने या बांस आदि का उपयोग होता है।
पूरे दिन और रात भर निर्जला व्रत का पालन करने के बाद आप अगले दिन सुबह उगते हुए सूरज को अर्घ्य दिया जाता है।
छठ पूजा के पहले दिन को नहाय खाय करते हैं। इस दिन पूरा मिलकर भोजन तैयार होता है और दोपहर में इसे सभी लोग एक साथ ग्रहण किया जाता है।
छठ का व्रत सूर्य देव, ऊषा , प्रकृति, जल और वायु को समर्पित समझा जा रहा है। ज्योतिष की मानें तो इस दिन व्रत करने वाली महिलाओं की संतान का स्वास्थ्य अच्छा बना रहता है।
हिंदू धर्म में छठ पूजा का त्यौहार बहुत ज्यादा हर्षोल्लास से मनाते हैं।
ऐसा माना जाता है कि यदि कोई महिला पूरे विधि विधान के साथ छठ की पूजा कर रही है तो उसके जीवन में हमेशा सौहार्द्र रहता है।
इस पर्व को खास तौर पर राज्य बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है । छठ पूजा में सूर्य देव और छठी मैया की पूजा व उन्हें अर्घ्य देने का विधान अलग होता है।
छठ मई आप सबकी सारी मनोकामना पूरी करें और आपके परिवार को बहुत सारा आशीर्वाद दें