Raftaar Desk - T2
मिशन टाइप: लूनर ऑर्बिटर
लांच डेट: 22 October 2008
राकेट: PSLV-XL C11
एजेंसी: ISRO
टोटल कॉस्ट: ₹386 करोड़
यह मिशन ISRO का पहला चाँद मिशन था। यह मिशन ISRO के लिए सफल हुआ था और इसका उदेश्ये चाँद के दक्षिणी ध्रुव का निरिक्षण करना था और चाँद पर पानी होने की सम्भावना को जानना था।
मिशन टाइप: लूनर ऑर्बिटर, लैंडर और रोवर
लांच डेट: 22 July 2019
राकेट: LVM3 M1
एजेंसी: ISRO
टोटल कॉस्ट: ₹603 करोड़
इस मिशन का दोहरा उद्देश्य था , इस्को एक ऑर्बिटर चाँद की कक्षा में डालना था जो चाँद को Chandaryaan -1 के जैसे स्टडी करे और एक लैंडर जिसका नाम विक्रम था उसको चाँद की सतह पर लैंड करना था। विराम लैंडर में प्रज्ञान रोवर था जो चाँद की सतह को परखता। यह मिशन आधा ही सफल हुआ क्योंकि विक्रम लैंडर चाँद की सतह से महज २ किलोमीटर पहले ही क्रैश लैंड हो गया और मिशन फ़ैल हो गया।
मिशन टाइप: लैंडर और रोवर
लांच डेट: 14 July 2023
राकेट: LVM3 M4
एजेंसी: ISRO
टोटल कॉस्ट: ₹615 करोड़
यह मिशन भारत के लिए बहुत ही महवपूण है। यह मिशन विश्व के सबसे काम कॉस्ट में जा रहा है। इस मिशन में विक्रम लैंडर और प्रागण रोवर जा रहा है और आज चाँद के सतह पर लैंड होगा। यह मिशन भारत को विश्व में एक गौरवपूण स्थान पर ले जाइएगा