Anzar Hashmi
बैड कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ जाने के बाद शरीर के महत्वपूर्ण अंगों पर इसका बुरा असर पड़ जाता है। यह फैट लिवर में जमा हो सकता है जिससे लिवर बीमार होने लगता है।
नसों में यह कोलेस्ट्रल जमा होने से ब्लड सर्कुलेशन में रुकावट आने लगती है। रक्त का संचार ठीक तरीके से ना हो पाने के कारण ब्रेन स्ट्रोक और दिल का दौरा पड़ सकता है।
शरीर के अंदरूनी हिस्सों में जमा इस कोलेस्ट्रॉल के लक्षण शरीर के बाहरी हिस्सों पर नजर आने लगता है।
हाई कोलेस्ट्रॉल के लक्षण आंखों, स्किन और नाखूनों पर दिखायी देना शुरू होते हैं। हाथों-पैरों के नाखूनों पर हाई कोलेस्ट्रॉल के कुछ ऐसे ही महत्वपूर्ण लक्षणों के बारे में जानकारी चेक करें।
कई बार नाखूनों में लम्बी-लम्बी रेखाएं या लकीरें दिखने लगती है। ये लकीरें शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ने का एक प्रमुख लक्षण मानी जाती है। इन लकीरों की वजह से नाखून टेढ़े-मेढ़े होने लगते हैं।
कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ने से रक्त का संचार बिगड़ने लगता है। खराब ब्लड सर्कुलेशन की वजह से हाथों-पैरों की नसों को नुकसान पहुंचा देते हैं। इससे हाथ और पैर सुन्न हो सकते हैं।
कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ जाने की वजह से नसें डैमेज हो सकती हैं जिससे हाथों में घाव हो सकता है। फंगल इंफेक्शन की समस्या भी बैड कोलेस्ट्रॉल की वजह से बढ़ जाती है।
शरीर में कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ने के बाद नाखून पीले होने लगते हैं। शरीर में ब्लड सर्कुलेशन खराब होने पर भी नाखूनों की रंगत पीली होती है।