Anzar Hashmi
सर्दी के मौसम का अलग मजा होता है। बहुत से लोगों को सर्दी के मौसम का खान-पान, कपड़े, घूमना काफी पसंद आता है।
लेकिन दूसरी तरफ सर्दी के मौसम में बीमारियों का डर भी बढ़ा रहता है। सर्दी कई बार ऐसी जगहों को अपना निशाना बनाने लगती हैं।
तो चलिए बताते हैं पेट में ठंड लग जाने पर कौन-कौन से आयुर्वेदिक उपचार कारगर हो सकते हैं।
पेट में ठंड लगने पर जीरा, धनिया, सौंफ, अजवाइन और मेथी का काढ़ा बेहद असरदार है। शोध के अनुसार उक्त बताई गई सभी सामग्रियों में एंटीऑक्सीडेंट, एंटीवायरल, एंटीसेप्टिक के अलावा ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो शरीर का तापमान सामान्य रखते हैं।
बाबा रामदेव की पतंजलि दावा करनी है कि कुटजघन वटी, कुटज तथा अतिविषा के प्रयोग से बनी एक महत्वपूर्ण औषधि और पेट के रोगों में बहुत काम आती है। इसका इस्तेमाल कर कोलायटिस, पतले दस्त, आंव आना, आंतों के सभी प्रकार के रोग ठीक किए जा सकते हैं।
तुलसी, अदरक, काली मिर्च , लौंग, हल्दी से बना काढ़ा पीने से भी पेट में लगी ठंड से आराम मिलता है। सुबह-शाम ये काढ़ा पीने से इम्यूनिटी मजबूत होती है और वायरल इंफेक्शन दूर से वापस लौट जाता है। सर्दियों के मौसम के लिए एकदम बेस्ट है।
पेट को ठंड से बचाने के लिए केसर, शिलाजीत, शहद और पानी का इस्तेमाल होता है। एक कढ़ाई में पानी डाल कर उसमें केसर, शिलाजीत डालकर उबाल लें। इसे एक कप में निकालकर स्वाद के हिसाब से शहद मिला लें। दिन में तीन-चार बार लें।
ठंड में शरीर के तापमान को संतुलित करना है तो तुलसी और काली मिर्च का काढ़ा भी आपके लिए फायदेमंद है। इसके लिए तुलसी, अदरक, कालीमिर्च, हल्दी और लौंग को एक साथ पानी में उबाल लें। अब इसे छानकर पी जाएं। साथ ही शरीर का तापमान भी संतुलित रहेगा।
पेट में ठंड लगने पर किचन में रखे मसाले आपके लिए काफी लाभकारी होगा। इसके लिए भुने हुए धनिया का बीज लें। अब इसमें जीरा और मेथी के बीजों को मिलाकर पीस सकते हैं। 1 कप पानी में मिश्रण को मिलाकर उबाल लें। अब इसमें थोड़ी सी मिश्री मिक्स करके पी जाएं।