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दिवुरोमपोला मंदिर
दिवुरोमपोला यह वह मंदिर है। जो श्री लंका में काफी अद्भुत माना जाता है लेकिन यहां भी दशहरा काफी धूमधाम से बनाया जाता है। यह मंदिर सीता एलिया से 15 किलोमीटर दूरी पर है। माना जाता है कि यह वही मंदिर है जहां पर माता सीता की अग्निपरीक्षा हुई थी। दशहरे के दिन इस मंदिर में रावण का वध किया जाता है।
ऐसा माना जाता है कि सीता अम्मन मंदिर का नाता माता सीता से है।प्राचीन कथाओं के अनुसार रावण ने सीता मां को यहीं पर रखा था । यह मंदिर श्रीलंका के नुवारा एलिया से 5 किलोमीटर दूरी पर स्थित है। यह मंदिर 5000 साल पुराना है। यहां दशहरे का त्योहार काफी धूमधाम से मनाया जाता है।
कटारागामा मंदिर
कटारागामा मंदिरभगवान कार्तिकेय सुब्रमण्यम को समर्पित माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि कार्तिकेय इंद्रदेव के कहने पर ही युद्ध में भगवान राम की मदद के लिए आए थे l। भगवान कार्तिकेय ने रावण के ब्रह्मास्त्र से राम जी की रक्षा की थी। विजयादशमी पर इस मंदिर में रावण को जलाया जाता है। जिसे देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग आते हैं।
अजनेया मंदिर
इस मंदिर में आप कोलंबो से 45 किलोमीटर की दूरी तय कर पहुंच सकते है। यह मंदिर राम भक्त हनुमान को समर्पित है।यहां रहने वाले हिंदुओं के बीच अजनेया मंदिर काफी पॉप्युलर है।
यहां की सबसे खास बात यह है कि मंदिर में आपको पंचमुखी हनुमान की मूर्ति भी देखने को मिल जाएगी। दशहरे के दिन रावण का वध करने इस त्योहार को बड़ी ही खुशी के साथ मनाया जाता है।
दशहरे का त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। यह वो खास दिन होता है। जब भगवान श्री राम ने रावण का वध करके बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश दिया था।
आगामी 24 अक्टूबर 2023 दिन मंगलवार को दशहरा का त्योहार देशभर में धूमधाम से मनाया जाएगा। इस दिन ही भगवान राम ने रावण का वध किया था। दरअसल यह त्यौहार बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के तौर पर मनाया जाता है l। पूरे भारत में दशहरे के दिन रावण ,कुंभकरण और मेघनाथ के पुतले को जलाया जाता है।
आपको बता दें कि प्राचीन कथाओं के अनुसार भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका में रावण से जुड़ी कई ऐसी ऐतिहासिक और प्राचीन जगह हैं। जो आपको रामायण काल में ले जाएंगे।
श्रीलंका में भी दशहरे का त्यौहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। आप जानकर हैरान हो जाएंगे की इस त्यौहार को देखने के लिए कई देशों से लोग आते हैं ।