Raftaar Desk STI-1
एक समान गतियों के कारण साइकिल चलते वक़्त हमारे शरीर में एक आराम प्रभाव पड़ता है, जो की हमारे शारीरिक और भावनात्मक कार्यों को स्थिर करता है। साथ ही यह चिंता, अवसाद और अन्य मनोवैज्ञानिक समस्याओं को कम करने में भी काफी सहायता करती है।
रोजाना की साइकिलिंग हमारे शरीर के तनाव और विश्राम चक्र के बिच एक संतुलन पैदा करती है, जो की हमारे शरीर के आंतरिक स्वास्थ के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है।
रोज मर्रा के कामों में साइकिल का इस्तेमाल करने पर हमारा शरीर, खासकर हमारा दिल काफी ज्यादा स्वस्थ रहता है। और यह किसी भी दिल की बीमारी जैसे की हार्ट अटैक जैसे रोगों के शिकार होने की संभावना को लगभग 50% तक कम कर देती है।
किसी एक साइकिल को चलने की मुद्रा और पैर की चक्रीय गति पीठ के निचले हिस्से की मांसपेशियों को उत्तेजित करती है, जिस कारण हमे पीठ दर्द की समस्या से भी काफी आराम मिलता है।
वैज्ञानिकों के अनुसार रोजाना cycling करने से हमारे शरीर का blood flow काफी ज्यादा बढ़ जाता है, जिस कारण हमारे muscles में काफी मात्र में oxygen पहुचती है। और ऐसा होने पर हमारे शरीर में मौजूद जहरीले तत्व धीरे-धीरे कम हो जाते है। साथ ही ऐसा होने पे हमारी झुर्रियों में भी काफी कमी आती है, जिस कारण हम कम उम्र के लगने लगते है।
Cycling हमारे शरीर की सहनशक्ति यानि की stamina को बढ़ाने का सबसे अच्छा और कारगर उपाय है। और ऐसा इसलिए क्युकी लोग cycling करना काफी enjoy करते है, जिस कारण मजे-मजे में ही उनके शरीर को भी काफी फायदा मिल जाता है।
अगर हम रोजाना cycling करते है, तो यह ना सिर्फ हमारे शरीर बल्कि हमारे immune system को भी काफी ज्यादा स्वस्थ रखता है। और इसी कारण हम काफी तरह की बीमारियों से भी बचे रहते है।
अगर हम कम से कम 20 किलोमीटर प्रति घंटे के हिसाब से लगभग 30 मिनट तक cycling करे, तो यह हमारे शरीर के लगभग 300 calories को burn करती है।