Raftaar Desk - M1
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित केदारनाथ भारत में भगवान शिव के सबसे बड़े धार्मिक स्थलों में से एक है। ऐसा माना जाता है कि केदारनाथ मंदिर का निर्माण पांडवों के द्वारा महाभारत काल के समय ही कर दिया गया था। केदारनाथ मंदिर छोटा चारधाम का प्रमुख मंदिर होने के साथ-साथ उत्तराखडं में स्थित पंच केदार मंदिरों में से एक है
उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित बद्रीनाथ भगवान विष्णु समर्पित हिन्दू धार्मिक आस्था के सबसे बड़े केन्द्रों में से एक है। छोटा चार धाम यात्रा का हिस्सा होने के साथ-साथ बद्रीनाथ मंदिर भारत की सबसे बड़ी धार्मिक परिक्रमा मानी जाने वाली चारधाम यात्रा का भी हिस्सा है
उत्तराखंड में की जाने वाली चारधाम यात्रा का सबसे पहला तीर्थ स्थल यमुनोत्री है। हिमालय की बंदरपूंछ पर्वत श्रृंखला के समीप स्थित यमुनोत्री देवी यमुना को समर्पित तीर्थ स्थल है। यमुनोत्री को हिन्दू धर्म की सबसे पवित्र नदी यमुना का उद्गम स्थल भी माना जाता है
हिन्दू धर्म में गंगा नदी को सबसे पवित्र नदी मानी जाती है। इसलिए सब लोग इसे मां के समान मानते है। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित गंगोत्री एक छोटा सा क़स्बा है, यहां बहने वाली गंगा नदी के कारण इस कस्बे को गंगोत्री के नाम से जाना जाता है
चार धाम की यात्रा के दौरान सभी स्थलों पर बेहतरीन रुकने की व्यवस्था की गई है। हरीधाम में मंदिर के बाहर आपको अनेकों आश्रम, धर्मशाला, लॉज, होटल मिल जाएंगे
बद्रीनाथ पहाड़ पर स्थित है, इस वजह से वहां पर कम पैसों में रुकने के लिए सरकार ने टेंट की सुविधा की है, वहां आपको एसी लगा हुआ टेंट भी मिल जाएगा
आश्रम या धर्मशाला में रूकने के लिए अधिक पैसा नहीं लगता। अब बहुत ही कम पैसा देकर इन सभी जगह पर अपने दिन रात बिता सकते है। इस यात्रा के लिए रेल मार्ग, सड़क मार्ग और हवाई जहाज से जा सकते हैं