Raftaar Desk - K1
मारवाड़ के अधिकांश हिस्सों में शुक्रवार से रविवार तक चली मूसलाधार बारिश से बस्तियां जलमग्र होने के साथ रेल पटरियों के नीचे से मिट्टी खिसक गई।
शहर की कई सडकों पर अब भी पानी भरा हुआ है। वाहन चालकों को परेशानी का भी सामना करना पड़ रहा है।
बारिश का दौर थमा और तूफान का रूख अजमेर जयपुर की तरफ हो गया।
तीन दिन की बारिश ने शहर की सड़कों की पोल खोल दी है। कई स्थानों पर सड़कों के धंसने के साथ मिट्टी भी खिसक गई है।
मारवाड़ में बादल छाए है मगर हवा की गति भी तीन से पांच किलोमीटर की रफ्तार से चल रही है।
इसके साथ ही सबसे बड़ी परेशानी उन बस्ती वालों को हुई जो निचले स्तर पर बसी थी। जहां पानी का भराव हो रखा है।
कई बस्तियां तो इस कदर पानी में डूब चुकी है कि पानी को उतरने में कम से कम पंद्रह दिन तक का वक्त लग सकता है।
मारवाड़ में जैसलमेर को छोडकर सभी जिलों में तीन दिन तक अच्छी बारिश हो गई। खेत खलिहानों तक में पानी भर गया।