Raftaar Desk AH1
पूजा पाठ के घर में सुहागिन महिलाओं को अपने से बड़े बुजुर्ग लोगों से ऊंची आवाज में बात करना अशुभ माना गया है।
करवाचौथ के दिन सुहागिन महिलाओं को दिन में बिल्कुल भी नहीं सोना चाहिए। वरना इसका शुभ फल प्राप्त नहीं होता और वह ऊपर से दोष लगता है। अगर आप बीमार है तो फिर सो सकती है।
इस दिन महिलाओं को अपनी 16 श्रृंगार से जुड़ी सामग्री को किसी अन्य महिला के साथ नहीं बांटना चाहिए। ऐसा करना अशुभ माना जाता है।
करवाचौथ में निर्जला व्रत रखा जाता है। करवाचौथ के दिन सूर्योदय से पहले सरगी खाकर व्रत की शुरुआत करते हैं लेकिन पूरे दिन बिना अन्य जल ग्रहण किए पूरे दिन उपवास करते हैं। व्रत वाले दिन महिलाओं को भूलकर भी पानी नहीं पीना चाहिए।
करवाचौथ का व्रत सुहागिन महिलाएं पति की दीर्घायु की कामना के लिए करती हैं लेकिन कुछ सुहागिन महिलाएं को यह पता नहीं होता कि अगर व्रत के दौरान वो ये कार्य करती हैं तो उनके जीवन में बुरा असर पड़ता है।
करवाचौथ व्रत हर एक शादीशुदा महिला के लिए बहुत ज्यादा मायने रखता है। इस दिन हर सुहागिन महिला अपने पति की दीर्घायु की कामना में निर्जला व्रत रखती है और चांद को देखकर पति के हाथों पानी पीकर व्रत खोलती है।
करवाचौथ के दिन महिलाएं पूरे श्रद्धा भाव से व्रत एवं पूजन करती हैं। और व्रत का पूर्ण फल प्राप्त करने का प्रयास करती है।
ऐसे में कई महिलाएं व्रत के दौरान कुछ गलतियां कर देती हैं। जिनकी वजह से उन्हें शुभ फल प्राप्त नहीं होता और इसके कई बुरे परिणाम भुगडदने पड़ते हैं।।