Anzar Hashmi
सर्किट बनकर लोगों के दिल पर खास जगह बनाने वाले अरशद वारसी किसी परिचय के मोहताज नहीं है। आज अरशद के बर्थडे पर उनके स्ट्रगल की कहानी बताने वाले हैं।
एक्टर बनने के बाद अरशद एक सेल्समैन थे और लिपस्टिक-पाउडर सेल करते थे। आज अरशद के बर्थडे पर आपको उनके स्ट्रगल के दिनों की कहानी के बारे में बताने वाले हैं। जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते होंगे।
अरशद वारसी पर बचपन से ही काफी परेशानी का सामना किया। 14 साल की उम्र में उन्होंने अपने माता-पिता दोनों को खो दिया था। मां-पिता के निधन के बाद अरशद के लिए घर चलाने में काफी परेशानी हुई।
अरशद वारसी की आर्थिक हालत बहुत खराब थी जिसकी वजह से वो सेल्समैन बन गए और घर-घर जाकर लिपस्टिक और पाउडर बेचते थे।
उसके बाद उन्होंने एक फोटो लैब में काम करते थे। फोटो लैब में काम करने के साथ अरशद ने अकबर सामी का डांस ग्रुप ज्वाइन में ज्वाइन हुए थे।
डांस ग्रुप ज्वाइन करने के साथ अरशद ने बतौर कोरियोग्राफर के तौर पर काम किया। उन्होंने ठिकाना और काश फिल्म में बतौर कोरियोग्राफर की जिम्मेदारी संभाली थी।
उसके बाद उन्हें अनिल कपूर और श्रीदेवी के साथ काम करने का अवसर मिला था। डांस में माहिर अरशद ने अपना डांस स्कूल भी खोला था।
पहली फिल्म के बार अरशद को काफी स्ट्रगल किया था। उन्होंने कई फिल्मों में काम किया लेकिन उन्हें असली पहचान राजकुमार हिरानी की मुन्नाभाई एमबीबीएस से मिली थी। इस फिल्म में उन्होंने सर्किट का किरदार निभाया और फैंस का दिल जीत लिया था।