Raftaar Desk USI-1
दही: सावन में दही खाने के लिए मनाही होती है, क्योंकि इस मौसम में दही जमाते समय गुड बैक्टीरिया के साथ बैड बैक्टीरिया भी उत्पन्न हो जाते हैं। इसकी वजह से इसके सेवन से पेट संबंधी कई समस्याएं हो सकती हैं।
बैंगन: सावन महीने में पैदा होने वाले बैंगन में बहुत से कीड़े हो जाते है, जो पाचन-तंत्र से जुड़ी समस्याओं को भी पैदा कर सकते हैं। वहीं, सावन में बैंगन खाने से पेट में गैस की समस्या भी हो सकती है।
हरी पत्तेदार सब्जियां: आयुर्वेद के अनुसार सावन में हरी सब्जियों को खाने से हमें बचना चाहिए, क्योंकि इस मौसम में जमीन में दबे अधिकांश कीड़े ऊपर पर आ जाते हैं और हरी पत्तेदार सब्जियों को संक्रमित कर देते हैं।
डेयरी प्रोडक्ट्स: इस मौसम में खाना पचने की प्रक्रिया काफी धीमी हो जाती है। ऐसे में ज्यादा मात्रा में डेयरी प्रोडक्ट जैसे कि दूध, छाए पीने से बचना चाहिए। आयुर्वेद के अनुसार दूध शरीर में पित्त को बढ़ाता है।
नॉनवेज खाने से बचें: सावन के महीने में नॉनवेज खाने से बचना चाहिए, क्योंकि इस मौसम में कीटाणुओं का प्रजनन तेज हो जाता है। ऐसे में नॉनवेज खाने से शरीर में कई तरह की बीमारियां लगने का खतरा बढ़ जाता है।
कढ़ी: कढ़ी भी सावन के माह में खाने की मनाही है। इसलिय इसे भी नहीं खाना चाहिए , छाछ से बनी कढ़ी खट्टी होती है इसलिय सावन में इसे नहीं खाना चाहिए
मटर: मटर शरीर में वात की वृद्धि करती है,जिससे की आपके शरीर में परेशानियां हो सकती है तो मटर खाने से बचे
तला-भुना: सावन में अधिक तला-भुना न खाएं. इससे गैस, अपच और कब्ज की परेशानी हो सकती है इसलिए ज्यादा तला-भुना खाने से बचे
टमाटर: टमाटर शरीर में अम्ल को बढ़ाता है. जोकि आपके शरीर के लिए हांनिकारक होता है, इसलिए टमाटर खाने से सावन में बचे।