Raftaar Desk AH1
अल्ट्रावायलेट किरणें आंखों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा सकती हैं और इसलिए आंखों को और अधिक समस्या रहती है।
सनग्लासेस आपको आंखों की कई तकलीफों से आसानी से बच सकते हैं, लेकिन उन्हें खरीदते समय ध्यान रखें कि इनमें 100% यूवी प्रोटेक्शन होना जरुरी है।
अगर आपकी आंखों में तकलीफ होती है सब्जियों को अपनी डाइट में शामिल करें। हरी पत्तेदार सब्जियां रेटिनल फंक्शन बेहतर करने में सहायता मिलती है।
उम्र के कारण आंखों की रौशनी कम होना स्मोकिंग की वजह से तेज हो जाता है। स्मोकर्स ज्यादा जल्दी आंखों की रौशनी कम होने से परेशान हो सकते हैं।
आपकी आंखों की रौशनी भी ठीक है, लेकिन आपको आप आंखों का एग्जामिनेशन करवाने से मदद मिलती है। 40 की उम्र आते-आते बेसलाइन आई एग्जामिनेशन करवाना लेना चाहिए।
आंखों की दिक्कत, ग्लाउकोमा या ऐसी कोई भी समस्या पहले किसी फैमिली मेंबर को हुई है तो बेहतर होगा कि आंखों को लगातार डॉक्टर से चेक करवाकर सलाह लेते रहें।
आपको स्क्रीन टाइम ज्यादा देना होता है तो 20-20-20 रूल चुनें। अपनी स्क्रीन से हर 20 मिनट में आंखों को हटाकर किसी अन्य ऑब्जेक्ट को 20 सेकंड तक देखें। ये ऑब्जेक्ट आपसे 20 फिट की दूरी पर होना चाहिए।
आंखों की अहमियत क्या है ये हम सब जानते हैं। पर हमारी लाइफस्टाइल कुछ इस तरह से बदल चुकी है कि हम अपनी आंखों को स्ट्रेस देते रहते हैं।
कई बार हमें ऐसा लगता है कि आंखों ड्राई हो रही हैं, कई बार इनमें खुजली शुरू हो जाती है और कई बार तो ये लाल भी हो जाती हैं।
आंखों का ध्यान रखने के लिए 6 तरीके बताएं जो आपकी मदद कर सकती हैं।