Raftaar Desk RPI
तुलसी
आयुर्वेद में तुलसी के कई औषधीय गुण बताए गए हैं।इसका उपयोग दादी-नानी के नुस्खों में सर्दी-जुकाम से बचने के लिए तो किया ही जाता रहा है, इसके अलावा सुबह रोजाना अगर खाली पेट तुलसी का पानी पिया जाए तो इम्यूनिटी बूस्ट होती है।
अश्वगंधा
आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों की बात हो तो अश्वगंधा का नाम तो ज्यादातर लोग जानते होंगे।अश्वगंधा में पाए जाने वाले कंपाउंड कई बीमारियों से बचा सकते हैं,इम्यूनिटी को मजबूत बनाने के लिए अश्वगंधा के पाउडर को दूध के साथ लिया जा सकता है।
नीम
नीम में एंटीइन्फ्लामेट्री और एंटीऑक्सीडेंट गुण हैं, जो इसके वायरल इंफेक्शन से बचाव में काफी प्रभावशाली हो सकते हैं । यह आपकी त्वचा के लिए बहुत अच्छा है। आप खाली पेट कुछ नीम की दुकान को चबा सकते हैं या इसे पी सकते हैं । आपका इम्यून सिस्टम मजबूत होता है ।
त्रिफला चूर्ण
त्रिफला यानी तीन फलों आंवला,बिभीतक और हरीतकी का चूर्ण. इन तीनों फलों का मिश्रण सेहत को बहुत फायदा पहुंचाता है।यह पाचन शक्ति अच्छी होने से लेकर ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखने तक कई तरह से फायदेमंद है,इसमें विटामिन सी से लेकर अमीनो एसिड और मिनरल्स होते हैं जो आपकी रोग प्रतिरोधक प्रणाली को मजबूत बनाते हैं।
अदरक
अदरक जिंजरोल्स, पैराडोल्स, सेस्क्यूटरपेन्स, शोगाओल्स और जिंजरोन से भरपूर होता है, इन सभी में शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं.सबसे ज्यादा यह सर्दी और जुखाम भी मददगार साबित होता है।
काली मिर्च
काली मिर्च में एक पाइपरीन नाम का एक तत्व पाया जाता है जिसमें एंटीऑक्सीडेंट और रोगाणुरोधी गुण होते हैं,खाने का स्वाद बढ़ाने के साथ साथ यह सेहत के लिए भी फायदेमंद माना जाता है।
बदलते मौसम में संक्रमण वाली स्थिति का खतरा काफी बढ़ जाता है। इस मौसम में वायरल बुखार के मामले आम हैं।
अगर आप भी मौसमी वायरल बुखार से परेशान है तो आप भी इन आयुर्वेद के इन जड़ी बूटियों की मदद से अपना इलाज आसानी से कर सकते है।