Raftaar Desk AH1
शादी होते ही औरतों पर बच्चा करने का दबाव ससुराल की तरफ से बनने लगता है, भले इसके लिए औरत तैयार हो या ना हो ।
वैसे तो कभी भी बॉयफ्रेंड से तुलना अपने पति से नहीं करनी चाहिए। क्योंकि बॉयफ्रेंड कुछ दिनों का साथी होता है और पति जीवनभर का साथी।
शादी के बाद लड़कियों को बहुत सारे समझौते करने पड़ते हैं,लेकिन इन सब में कई बार वह बहुत इरिटेट फील करने लगती हैं।
हर किसी को अपनी लाइफ में पर्सनल स्पेस की जरूरत होती है, लेकिन अगर बात करें शादीशुदा महिलाओं की तो उनकी जिंदगी में ऐसे किसी शब्द की जगह नहीं होती।
रिश्ता तय होते वक्त लड़के के परिवार वाले लड़की को यह आश्वासन देते हैं कि तुम्हारे सपने पूरे करना अब हमारा अधिकार है।
फिर उसके सपनों को चकनाचूर कर दिया जाता है। जिससे महिला परेशान हो जाती है और वह खुद के सपने पूरी नहीं कर पाते और उससे शादी करने का पछतावा होता है।
शादी के बाद औरत के लिए सबकुछ नया नया होता है। उसकी पुरानी चीज पूरी तरह से बदल जाती है। लेकिन यह भी देखा गया है शादी के बाद महिलाओं को कई चीजों को पछतावा होता है।
एक औरत का सपना होता है कि उसकी शादी हो अपने पति और परिवार के साथ सुखी जीवन व्यतीत करे। अपनी हर ख्वाहिशों को वह अपने पति के साथ पूरा करें।
ऐसे में उन्हें कोई दिक्कतों को सामना करना पड़ता है और उन्हें अपने जीवन में कुछ चीजों पछतावा का सामना भी करना पड़ता है।