Raftaar Desk AH1
नवरात्रि में कन्याओं को विदा करते समय उन्हें दक्षिणा के रूप में कुछ रुपए या पैसे देने जरूर देने चाहिए। ऐसा करने से मां लक्ष्मी आप पर प्रसन्न होती है। और आपका घर धन से भर देती हैं।
परंपराओं के अनुसार कन्याओं को जब विदा किया जाता है तो विदाई में उनको कोछ दिया जाता है। नवरात्र में आप कन्या भोज करें तो विदा करते हुए उन्हें चावल या जीरा देना चाहिए। जीरा भी काफी शुभ माना गया है।
नवरात्र में कन्या भोज कराने के बाद भेंट के तौर पर कन्या को श्रृंगार की सामग्री उपहार में देनी चाहिए यह श्रृंगार सामग्री पहले माता को अर्पित करनी चाहिए। उसके बाद छोटी-छोटी कन्याओं में बांटनी चाहिए।
कन्या भोज कराने के बाद आपको कम से कम भोज में एक मिठाई तो शामिल करनी चाहिए।
नवरात्रि का कन्या भोज या कन्या पूजन करने के बाद कन्याओं को कम से कम एक मौसमी फल जरुर देना चाहिए। कन्या को फल देने से आपके अच्छे कर्मों का फल कई गुना वापस होकर प्राप्त होता है।
कन्या पूजन में नौ कन्याओं के साथ लंगूर को बैठाया जाता है और इसकी भी पूजा की जाती है । वही भोग लंगूर को भी भरोसा जाता है। इसके बाद उसके पैर छूकर आशीर्वाद लिया जाता है और दक्षिणा देकर विदा कर दिया जाता है।
देशभर में शारदीय नवरात्र की गूंज हर्षोउल्लास से सुनाई दे रही है। नौ दिनों तक चलने वाले इस उत्सव में मां दुर्गा के 9 सिद्ध स्वरूपों की उपासना की जाती है।
इस दिन 9 छोटी कन्याओं को घर पर आमंत्रित कर हलवा पूरी और चना या खीर पूरी का भोग लगाया जाता है। लेकिन इन सभी कन्याओं के साथ एक लंगूर अर्थात छोटे लड़के को भी भोग लगाना जरूरी होता है।
ऐसा क्यों किया जाता है। तो चलिए जानते हैं इसके पीछे क्या कारण है और साथ ही यह भी जानते हैं की कन्याओं को कौन सी ऐसी चीज पांच चीजें अर्पित करनी चाहिए। जिससे मां प्रसन्न होती है।