Raftaar Desk AH1
गुड़हल के फूलों में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। गुड़हल का सेवन महिलाओं से संबंधित रोगों में किया जाता है।
कचनार के फूलों का लेप जले घाव व फोड़ा फुंसी में लगने से राहत मिलती है। इसके फूलों की कलियों को खाने से दस्त लगने पर आराम मिलता है।
चमेली के पत्ते चबाने से मुंह के छालों में आराम मिलता है। चमेली का तेल बालों के लिए दांतों के रोग के लिए पायरिया और चर्म रोग के रोग के लिए फायदेमंद है।
केसर की महक वा सौंदर्य दोनों के लिए अनमोल खजाना है। दूध में केसर डालकर पीने से सुंदर और स्वस्थ संतान होती है।
गुलाब का गुलकंद पीने से पेट की गर्मी को कम करते हैं और शीतलता प्रदान करता है। गुलाब का शरबत त्वचा के लिए काफी अच्छा रहता है।
बेला का नाम सुनते ही पूरा वातावरण सुगंधित सा महसूस होने लगता है। खुशबू से भरे बेल के फूलों का गजरा स्त्री के 16 श्रंगारों में से एक है।
फूलों की खूबसूरती पर कौन दिल नहीं हार बैठेता। इस खूबसूरती के साथ खुद पर इतराने वाले फूल आपकी खूबसूरती में भी चार चांद लगा सकते हैं।
ये फूल कई बीमारियों को जड़ से खत्म करने में भी मदद करते हैं