Raftaar Desk - A2
वनडे में जो खिलाड़ी अच्छा करता है उसे माना जाता है कि टेस्ट में भी अच्छा करेगा। कई ऐसे खिलाड़ी भी रहे हैं, जिन्होंने तीनों फॉर्मेट में अपनी छाप छोड़ी है।
हालांकि कुछ ऐसे खिलाड़ी भी हैं, जिन्हें वनडे में तो सुपरस्टार का दर्जा था। वह किसी भी परिस्थिति से टीम को जीता देते थे।
लेकिन वह टेस्ट में आते ही फिसड्डी हो जाते थे। हम आपको आज 3 ऐसे में नामों के बारे में बताने जा रहे हैं।
श्रीलंका के लसिथ मलिंगा सबसे बड़े मैच विनर में रूप में गिने जाते थे। 226 मैच के अपने वनडे करियर में मलिंगा ने 338 बल्लेबाजों का आउट किया था। टेस्ट की बात करें तो मलिंगा को सिर्फ 30 ही मैच खेलने का मौका मिला।
युवराज सिंह वनडे में भारत ही नहीं दुनिया के सबसे बड़े मैच विनर माने जाते थे। उनके ऑलराउंड खेल ने भारत को 2011 वर्ल्ड कप का खिताब दिलाया था।
टेस्ट आते ही युवराज की कहानी अलग हो जाती है। 40 मैचों के करियर में उनके बल्ले से 33.93 की औसत से सिर्फ 1900 रन निकले।
इस लिस्ट में पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी का भी नाम है। अफरीदी वनडे के टॉप क्रिकेटर में शामिल रहे हैं। 398 मैचों के अपने करियर में उन्होंने 395 विकेट लिए।
वनडे में अफरीदी ने बल्ले से भी 8064 रन बनाए। वहीं टेस्ट में उन्हें सिर्फ 27 मैचों में ही मौका मिला।