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नैना देवी मंदिर,नैनीताल
नैना देवी मंदिर नैनीताल में नैना झील के उत्तरी किनारे पर स्थित है । 1880 में भूकम्प में ये मन्दिर नष्ट हो गया था । बाद में इसे फिर से इसका निर्माण किया गया। यहां मां सती के शक्ति अवतार की पूजा की जाती है।
ज्वाला देवी मंदिर, हिमाचल प्रदेश
यह मंदिर हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में कालीधार पहाड़ी के बीच है । माँ ज्वाला देवी तीर्थ को देवी के 51 शक्तिपीठों में से एक माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार ज्वाला देवी में सती की जिह्वा गिरी थी।
कामाख्या शक्तिपीठ, गुवाहाटी
यह मंदिर असम के गुवाहाटी में एक नीलांचल पर्वत पर है।कामाख्या शक्तिपीठ को माता की सभी शक्तिपीठों में से सर्वश्रेष्ठ कहा जाता है,माना जाता है कि कामाख्या महापीठ की उत्पत्ति माता सती की योनि से हुई थी ।
बूटा देवी मंदिर, हिमाचल प्रदेश
बूटा देवी मंदिर हिमाचल प्रदेश में काली धार पहाड़ी पर स्थित है है । इस मंदिर के 51 शक्तिपीठों में से एक बताया गया है। माँ सती की जीभ इस शक्तिपीठ में गिरी थी। माना जाता है कि नवरात्रि के दौरान यहां भक्तों की मन्नतें पूरी होती हैं।
वैष्णव देवी, जम्मू-कश्मीर
वैष्णव देवी मंदिर में नवरात्रि के दौरान भक्तों की भीड़ लगी रहती है। समुद्री तल से 1584 मीटर ऊंचा भगवती का मंदिर जम्मू से 61 किमी उत्तर की ओर है। ट्राइकोटो पर्वत पर स्थित इस मंदिर का बहुत महत्व है । मंदिर के निकट भैरवनाथ भी रहते हैं।
करणी माता मंदिर, राजस्थान
ये मंदिर राजस्थान के गांव देशनोक की सीमा पर स्थित जोधपुर रोड से लगभग तीस किलोमीटर दूर है । माँ करणी देवी का चमत्कार मंदिर एक तीरथ धाम है। लेकिन देश भर में इसे चूहे वाले मंदिर के नाम से भी जाना जाता है।
दक्षिणेश्वर काली मंदिर, कोलकाता
कोलकाता, पश्चिम बंगाल में दक्षिणेश्वर काली मंदिर है। यह मंदिर भी 51 शक्तिपीठों में से एक है। धार्मिक मतान्तरों के अनुसार, यहाँ पर स्वामीजी के गुरु रामकृष्ण परमहंस को माँ काली के दर्शन हुए थे । यहां नवरात्रि में भक्तों की भीड़ लगी रहती है।
अम्बाजी मंदिर, गुजरात
यह मंदिर गुजरात-राजस्थान सीमा पर स्थित है। माता का यहमंदिर करीब 1200 साल पुराना है। श्वेत संगमरमर से बना यह मंदिर बहुत सुंदर है।इसका शिखर 133 फुट ऊंचा है शिखर पर 358 स्वर्ण कलश हैं।इस मंदिर की प्रति मां के भक्तों में अपार श्रद्धा है।
दुर्गा मंदिर, वाराणसी
वाराणसी में स्थित इस मंदिर का निर्माण बंगाल की महारानी ने 18 वीं सदी में करवाया था । यह मंदिर नागारा शैली में बनाया गया है । इस मंदिर में दुर्गा कुंड को एक वर्गाकार तालाब कहा जाता है। माना जाता है कि इस मंदिर में स्वयं भगवान प्रकट हुए थे। नवरात्रि पर यहां बहुत भीड़ होती है।
दंतेश्वरी मंदिर, छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में स्थित है दंतेवाड़ा का प्रसिद्ध दंतेश्वरी मंदिर. हसीन वादियों के लिए मशहूर ये मंदिर काफी पुराना है।