Raftaar Desk AH1
दिवाली के दिन अपने परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों के साथ अधिक रहकर मस्ती करें, एंजॉय करें ना कि सिर्फ पटाखे जलाएं। अधिक पटाखे जलाने से हेल्थ को तो नुकसान हो जाता है।
दिवाली पर पटाखे जलाने से बचने के लिए अपने घर में बोनफायर की व्यवस्था करने की जरुरत है। म्यूजिक चलाकर इसके आसपास डांस करें और सभी के साथ मस्ती करते हुए दिपावली सेलिब्रेट करना है।
यदि आप थोड़े बहुत पटाखे जलाते भी हैं तो सिंथेटिक कपड़े भूलकर भी ना पहनें। इसकी बजाय कॉटन के कपड़े पहनना अधिक सेफ रहता है।
पटाखे जलाते समय आप अपने और बच्चों के कान में कॉटन प्लग डाल दें ताकि पटाखों की तेज आवाज से कान के परदों को कोई नुकसान नहीं होना चाहिए।
हाथों में पटाखे, बम, फुलझड़ियों को जलाकर स्टंट करने की कोशिश नहीं करना चाहिए। इससे हाथ, चेहरा जलने की संभावना होती है।
पटाखे जला रहे हों तो घर या बालकनी में नहीं, बल्कि खुली जगह पर ही जलाना होता है। पार्क, छत, मैदान में आप पटाखे जलाएं तो इसके बाद किसी को नुकसान नहीं होता है।
जिन लोगों को अस्थमा, हार्ट से संबंधित रोग, रेस्पिरेटरी समस्याएं, सांस की तकलीफ, उच्च रक्तचाप की दिक्कत होती है तो वे दीपावली के दिन अधिक देर तक बाहर नहीं होना चाहिए।
अपने पेट्स को घर के अंदर रखने की जरुरत है। उन्हें समय पर खाना खिलाते रहना चाहिए। किसी भी जानवर, हॉस्पिटल के नजदीक, सड़क, बिजली के खंभों, गाड़ी के नीचे, एलेक्ट्रिक वायर के पास पटाखे जलाने की गलती नहीं करना है।
पटाखों की वजह से गलती से भी त्वचा कहीं जल जाए या धुएं, धूल, चिंगारी आंखों में चली जाए तो तुरंत पानी से चेहरा, आंख साफ करें।
पटाखे एक सुरक्षित दूरी बनाकर ही जलाना होता है। कोशिश करें कि बहुत अधिक पटाखे ना जलाएं. ग्रीन दिवाली मनाएं, इससे वातावरण को अधिक नुकसान नहीं रहता है।
दिवाली का त्योहार रोशनी, खुशियों से भरा हुआ त्याहोर है। कई बाहर लापरहवाही की वजह से कई समस्याएं हो सकती हैं। इस दौरान अपनी सेहत का खास ख्याल रखना होता है।
कुछ बातों को ध्यान में रखकर अपनी सेहत के साथ खुद को भी दिवाली पर सुरक्षित रख पाएंगे।