रिलेशनशिप पर्सनालिटी प्रॉब्लम्स (Relationship Personality Problems)

कैसे बनाएं जल्दी से रिश्तों को बेहद करीबी

नए रिश्तों की शुरूआत में क्या करें और क्या नहीं ये जानना बहुत जरूरी है। जब भी आप किसी नए इंसान के संपर्क में आते हैं तो सबसे पहले आपके दिमाग में एक ही बात आती है कि ये नया साथी विश्वसनीय है या नहीं।

जीवन में हर कोई किसी न किसी रिश्ते पर निर्भर है क्योंकि रिश्ते ही जीवन की बुनियाद होते हैं। समाज भी रिश्तों पर ही टिका हुआ है लेकिन रिश्तों की डोर जरा कमजोर सी होती है, जिसे विश्वास और साथ मजबूत बनाता है।

यदि आप भी किसी नए रिश्ते में बंधने जा रहे हैं और आप चाहते हैं कि वह नया इंसान आपके जल्द नजदीक आ जाए तो आपको कुछ बातों का ख्याल रखना होगा। तो चलिए बताते हैं रिश्तो को जल्दी से बेहद करीबी कैसे बनाएं -

1. कहते हैं कि झूठ के पैर ज्यादा लंबे नहीं होते और यह बात सच भी है। खासतौर पर किसी नए रिश्ते की बुनियाद झूठ से शुरू नहीं होनी चाहिए। नए रिश्ते की शुरुआत हमेशा सच के धरातल पर ही करनी चाहिए लेकिन इसका ये मतलब नहीं कि आप एक बार में ही सब कुछ बता दें। कुछ बातें धीरे-धीरे अगली मुलाकातों के लिए भी रखें।

2. नए रिश्तों में अपने व्यक्तित्व में कुछ चीजों को राज ही रखें ताकि आपके बारे में आपका साथी और जानने के लिए हमेशा बेताब रहे और आपके साथ ज्यादा समय बिताना चाहे। अपने बारे में धीरे-धीरे बताएं और सामने वाले को अधिक जानने दें।

3. यदि आप चाहते हैं कि आपके नए संबंध खास बन पाएं और उसमें रोमांस भी हो तो आपको चाहिए कि आप अपने पार्टनर के साथ अधिक से अधिक समय बिताएं। नई जगहों पर जाएं, जिससे आपको अपने नए साथी को जानने में मदद मिलेगी।

4. नए रिश्ते में आपको चाहिए कि नए संबंध बनाने के दौरान आप अपने नए साथी और खुद के की समानताओं को जानने की कोशिश करें। साथ ही उसकी अच्छाइयों को जानें और सराहें। इससे आप दोनों में सामंजस्य बनाने में मदद मिलेगी और रिश्तों में नजदीकी आएगी।

5. नए दोस्त से रिश्ता आगे बढ़ाने के लिए आपको उसे अच्छी तरह से समझना होगा। इसके लिए आपको उसके सपने, महत्वाकांक्षाएं इत्यादि को जानना और उनके लिए उसका उत्साहवर्धन करना होगा। उसे लगातार प्रोत्साहन देने से वह आपके नजदीक आएगा।

6. यदि आपको अपने जोड़ीदार की कुछ बातें पसंद है तो उसके लिए उसकी तारीफ करें और उन्हें अपनाने का प्रयास भी करें। कोई भी रिश्ता मजबूत बनाने के लिए पहले भावनात्मक रिश्ते को मजबूत करें और फिर बाद में संबंधों को आगे तक ले जाएं।