पारंपरिक घरेलू उपाय (Indian Traditional Upay )

शनि दोष के उपाय और फटाफट निवारण मंत्र

शनिदेव को कष्ट दूर और न्याय का देवता कहा जाता है। शनि देव व्यक्ति को उसके द्वारा किये गए अच्छे काम और बुरे कामों के अनुसार फल देते हैं। कहा जाता है अगर शनि देव किसी से नाखुश हैं तो उसके जीवन में कष्टों का आगमन होने लगता है।

लेकिन आपको घबराने की ज़रूरत नहीं है इस लेख में हम आपको शनि देव की कुदृष्टि से मुक्ति दिलाने के लिए बेहतरीन उपाय लाएं हैं। इन्हें आजमाने के बाद शनि दोष से आपको ज़रूर मुक्ति मिलेगी। तो चलिए आपको बताते हैं शनि दोष के उपाय और फटाफट निवारण मंत्र।

1. शनिवार को नहाकर आदि कार्यों से निपटकर सफ़ेद कपड़े पहन लें, फिर एक लोटे में जल लें और उसमें केसर,चंदन, चावल और फूल मिलकर पीपल के पेड़ को अर्पित कर दें।

2. शुक्रवार की रात को काले चनों को पानी में भिगो दें। शनिवार को काले चनें लें और उनके साथ हल्दी, जले हुए कोयले और लोहे के एक-एक टुकड़ों को काले कपड़े में बांधकर किसी नदी में बहा दें। ध्यान रहे जिस पानी में आप इस कपड़े को बहा रहे हैं वहां मछलियां होनी चाहिए। इस प्रक्रिया को अगर आप हर शनिवार एक साल तक करते हैं तो शनिदोष से आपको जल्द मुक्ति मिलेगी।

3. शुक्रवार को काले चनों को पानी में भिगो दें और फिर सुबह काले चनों को सरसों के तेल में छौंक दें। फिर शनि देव को इन काले चनों का भोग लगाएं और लगाते समय अपनी समास्याओं से छुटकारा पाने के लिए प्रार्थना करें। इस उपाय से शनि देव आपसे तुरंत खुश होंगे।

4. शनि देव के 108 नामों का स्मरण करने से भी बड़े-बड़े संकट टल जाते हैं। शनिवार के दिन इन नामों का स्मरण करने और मनचाही इच्छा को पूरा करें।

5. इन उपायों के अलावा शनिदेव के मंत्र का भी हर शनिवार जाप करें -

ऊं नमो अर्हते भगवते श्रीमते मुनिसुव्रत तीर्थंकराय वरूण यक्ष बहुरूपिणी |

यक्षी सहिताय ऊं आं क्रों ह्रीं ह्र: शनि महाग्रह मम दुष्‍टग्रह,

रोग कष्‍ट निवारणं सर्व शान्तिं च कुरू कुरू हूं फट् || 

तान्त्रिक मंत्र – ऊं प्रां प्रीं प्रौं स: शनये नम: ||