वृन्दावन

राधा दामोदर मंदिर वृंदावन के बारे में जानकारी - Radha Damodar Temple in Hindi

राधा दामोदर जी मंदिर (Radha Damodar Temple), श्रीकृष्ण की बाल-लीलाओं से जुड़े वृंदावन शहर में स्थित है। यह मंदिर सभी सम्प्रदायों के श्रद्धालुओं के लिए आस्था का मुख्य केंद्र रहा है, विशेषकर गौड़ीय संप्रदाय का। मंदिर में 6 साधना स्थल हैं जो रूप गोस्वामी, जीव गोस्वामी, सनातन गोस्वामी, रघुनाथ दास, गोपाल भट्ट, भक्त रघुनाथ द्वारा बनाई गई थी। मंदिर के अंदर राधा-कृष्ण की सुंदर मूर्तियां स्थापित हैं। यहाँ प्रभु के लिए की जाने वाली सेवाओं में मंगला सेवा, धूप आरती बाल भोग सेवा, श्रृंगार सेवा, राजभोग सेवा, सांध्य धूप सेवा आदि प्रमुख हैं। मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण और गाय के पड़ चिन्ह वाली एक शिला भी रखी हुई है। कहते हैं इस शिला की केवल चार परिक्रमा करने से व्यक्ति को गोवर्धन पर्वत की पूर्ण परिक्रमा का फल प्राप्त होता है। इसके अलावा यहाँ रूपगोस्वामी की कुटिया और समाधि भी स्थित है। मंदिर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, गोवर्धन पूजा, श्रीराधाष्टमी जैसे विशेष त्यौहार बड़े ही उत्साह के साथ मनाए जाते हैं। इस दौरान विशेष धार्मिक कथा भी कही जाती है, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं।

राधा दामोदर मंदिर का इतिहास - History of Radha Damodar in Hindi

राधादामोदर जी मन्दिर का इतिहास करीब साढ़े चार सौ वर्ष पुराना है। मंदिर की स्थापना वर्ष 1542 में श्रीरूप गोस्वामी ने की थी और उसके देखभाल की जिम्मेदारी जीव गोस्वामी को सौंपी थी। मंदिर को मुस्लिम शासक औरंगजेब के डर से कुछ समय के लिए जयपुर स्थापित कर दिया था, लेकिन जब यहाँ की स्थिति सामान्य हो गई तो 1739 में मंदिर की स्थापना फिर से वृंदावन में कर दी गई।

राधा दामोदर मंदिर मे क्या देखे -

मंदिर में भगवान को 5 बार भोग लगाया जाता है और 7 बार उनकी आरती की जाती है। 

राधा दामोदर मंदिर सलाह -

  • राधा दामोदर मंदिर में आरती सुबह 4.30 बजे होती है

  • मंदिर के पास लोई बाजार है जहां से पर्यटक पूजा की सामग्री और राधाकृष्ण की सुंदर मूर्तियां खरीद सकते हैं