शिमला

क्राइस्ट चर्च के बारे में जानकारी - Christ Church in Hindi

मेरठ के सेंट जॉन चर्च (St John's Church) के बाद, उत्तरी भारत का दूसरा सबसे पुराना गिरजाघर "क्राइस्ट चर्च"(Christ Church) शिमला शहर में द रिज पर स्थित है। नव गोथिक शैली में बनी इस चर्च की इमारत दूर से ही आकर्षित करती है। शानदार वास्तुकला और समृद्ध इतिहास से भरपूर यह गिरजाघर, ब्रिटिशकाल में बना था और आज यह भारत की विरासत का एक मुख्य अंश है।

पीले रंग का यह सुंदर चर्च जिसकी इमारत में क्लॉक टावर को जोड़ा गया, चार बरामदे और खिड़कियों पर बने इशु के चित्र चर्च की शोभा बढ़ाते हैं। खिड़कियों पर बने इन चित्रों को रुडयार्ड किपलिंग के पिता लॉकवुड किपलिंग द्वारा डिजाइन किया गया था।

इस चर्च में लगा पाइप ऑर्गन (Pipe Organ) नामक संगीत उपकरण भारतीय उपमहाद्वीप में मौजूद सबसे बड़ा पाइप ऑर्गन है। चर्च के सामने लोगों के बैठने के लिए बेंच हैं जहाँ अकसर भीड़ ही रहती है।

क्राइस्ट चर्च का इतिहास - History of Christ Church- 

चर्च कर्नल जे.टी बोइल्यू के द्वारा वर्ष 1844 में यह चर्च डिज़ाइन किया गया था, लेकिन इसका निर्माण करीब 13 साल बाद 1857 में शुरू किया गया। चर्च के स्तंभ पर घड़ी (Clock) को सन् 1860 में लगवाया गया था। शुरूआती समय में मुख्यतः ब्रिटिश अधिकारी और इनाम के हकदार लोग ही इस चर्च में प्रार्थना करते थे।

क्राइस्ट चर्च मे क्या देखे -

चर्च में पांच बड़ी खिड़कियां लगी है जो कीमती कांच से बनाई गई हैं। ये खिड़कियां ईसाई धर्म के 6 गुणों विश्वास, उम्मीद, परोपकार, धैर्य, विनम्रता का प्रतीक है।

क्राइस्ट चर्च सलाह -

  • यह चर्च हफ्ते के सभी दिन खुला रहता है

  • यहां जाने का समय सुबह 8 बजे से शाम 5:30 बजे तक है