मध्य प्रदेश

सागर के बारे में जानकारी - Sagar in Hindi

सागर शहर (मध्य प्रदेश), 1660 में स्थापित ऊदानशह (निहालशाह के वंशज) द्वारा परकोटा के रूप में करया था। इस शहर का निर्माण क़िले के साथ तालाब के किनारे किया गया था। 1735 में सागर व किले का आंतरिक निर्माण पेशवा के अधिकारी पंडित गोविंद राव ने कराया था। दरअसल 1735 में सागर पेशवा के अधीन हो गया था और पंडित गोविंद राव, सागर व आस-पास के इलाके के प्रभारी थे। मान्यता है कि सरोवर के किनारे स्थित होने के कारण इस शहर का नाम सागर पड़ा।

सागर कैसे पहुंचें -

सागर, यातायात के तीनों माध्यम द्वारा पहुँचा जा सकता है। सागर पहुँचने के लिए हवाई अड्डे का इस्तेमाल कर सकते हैं, जो खजुराहो और जबलपुर में स्थित है। यहाँ जाने के लिए रेलमार्ग भी उत्तम माध्यम है जो सतना को कई राज्यों से जोड़ता है। सड़क मार्ग का इस्तेमाल करने वालों के लिए भी अच्छे इंतजाम राज्य परिवहन द्वारा किए गए हैं।

सागर घूमने का समय -

सागर शहर घूमने के लिए सबसे अच्छा समय सर्दियों (अक्टूबर से मार्च) का है।